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लोकसभा चुनाव 2019: टिकट को लेकर बीजेपी के दलित नेताओं ने पार्टी को चेताया

बीजेपी ने रविवार को 12 मई को होने वाले लोकसभा चुनावों के लिए राष्ट्रीय राजधानी में सात में से चार सांसदों को फिर से नामित किया.

Updated on: 22 Apr 2019, 08:46 PM

नई दिल्ली:

भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के शीर्ष नेताओं पर सोमवार को न मिलने का आरोप लगाते हुए उत्तर पश्चिम दिल्ली से सांसद उदित राज ने पार्टी को शाम 4 बजे तक अपने संसदीय क्षेत्र के नाम की घोषणा करने के लिए समयसीमा दी. बीजेपी ने रविवार को 12 मई को होने वाले लोकसभा चुनावों के लिए राष्ट्रीय राजधानी में सात में से चार सांसदों को फिर से नामित किया. शेष तीन को लेकर, सांसद ने ट्वीट किया कि उन्हें उम्मीद है कि पार्टी दलितों को धोखा नहीं देगी. उत्तरी पश्चिमी दिल्ली एक आरक्षित (अनुसूचित जाति) निर्वाचन क्षेत्र है.

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हिंदी में ट्वीट्स की एक श्रृंखला में, राज ने कहा कि उन्होंने भाजपा के साथ अपनी पार्टी का विलय कर लिया है और "पूरे देश में मेरे लाखों समर्थक मेरे टिकट को लेकर चिंतित हैं. मेरे नाम की घोषणा अभी तक उत्तर पश्चिम दिल्ली से नहीं की गई है. मेरे समर्थकों ने पूछा है मुझे शाम 4 बजे तक इंतजार करना है."

पूर्व भारतीय राजस्व सेवा अधिकारी, राज ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था और 2003 में भारतीय न्याय पार्टी (आईजेपी) का गठन किया. 2014 में, उन्होंने आईजेपी का भाजपा में विलय कर दिया और भाजपा के टिकट पर आम चुनाव लड़ा. उन्होंने आम आदमी पार्टी की राखी बिड़ला को 6,29,860 मतों से हराया.

एक अन्य ट्वीट में, राज ने कहा "मैंने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से संपर्क करने की कोशिश की, और उन्हें एक एसएमएस भी भेजा. मैंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात करने की भी कोशिश की. (दिल्ली भाजपा प्रमुख) मनोज तिवारी ने कहा था कि टिकट मेरी ही होगी. मैंने निर्मला सीतारमण से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन कनेक्ट नहीं कर पाया. मैं अरुण जेटली से भी यही अनुरोध करता हूं."