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हरियाणा : बेटे को मिला टिकट तो मोदी सरकार के मंत्री ने दे दिया इस्तीफा, ये है वजह

माना जा रहा है कि चौधरी बीरेंद्र सिंह परिवारवाद को बढ़ावा नहीं देना चाहते हैं. इसलिए उन्होंने अपने इस्तीफे की पेशकश की है.

Updated on: 14 Apr 2019, 02:15 PM

नई दिल्ली:

लोकसभा चुनाव 2019 (Loksabha Election 2019) के लिए भारतीय जनता पार्टी ने हरियाणा (Haryana) की दो सीटों पर उम्मीदवारों का एलान कर दिया है. बीजेपी ने रोहतक से अरविंद शर्मा और हिसार से चौधरी बीरेंद्र सिंह (Chaudhary Birendra Singh) के बेटे ब्रिजेंद्र सिंह को चुनाव मैदान में उतारा है. लेकिन बेटे को टिकट मिलने से चौधरी बीरेंद्र सिंह बड़ा कदम उठाया है. उन्होंने बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से राज्यसभा और मंत्री पद से इस्तीफे की पेशकश की.

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47 वर्षीय बृजेंद्र सिंह आईएएस अधिकारी हैं और इस समय HAFED के एमडी हैं. भारतीय जनता पार्टी ने बृजेंद्र सिंह को हिसार संसदीय क्षेत्र से टिकट दिया है, यहां उनका मुकाबला कांग्रेस के उम्मीदवार दीपेंद्र सिंह हुड्डा से होगा. माना जा रहा है कि चौधरी बीरेंद्र सिंह परिवारवाद को बढ़ावा नहीं देना चाहते हैं. इसलिए उन्होंने अपने इस्तीफे की पेशकश की है. 

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मोदी सरकार के मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह ने (Chaudhary Birendra Singh) कहा, 'बीजेपी चुनाव में वंशवाद के खिलाफ, इसलिए मैंने उचित समझा कि अगर मेरे बेटे को टिकट मिलता है तो मुझे इस्तीफा दे देना चाहिए. इसी वजह से मैंने अमित शाह जी को लिखा है कि मैं इसे पार्टी पर छोड़ता हूं, इसके बावजूद मैं इस्तीफा देने के लिए तैयार हूं.'

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बता दें कि चौधरी बीरेंद्र सिंह (Chaudhary Birendra Singh) अभी मोदी सरकार में केंद्रीय इस्पात मंत्री और बीजेपी के राज्यसभा सदस्य हैं. हरियाणा (Haryana) के कद्दावर जाट नेताओं में चौधरी बीरेंद्र सिंह की गिनती होती है. वो 5 बार विधायक और तीन बार प्रदेश सरकार में मंत्री रह चुके हैं. साल 1984 में वो हिसार संसदीय सीट से लोकसभा पहुंचे. उन्होंने हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला को हराया था. इसके बाद 2010 में कांग्रेस के राज्यसभा सांसद चुने गए, लेकिन पिछले लोकसभा चुनावों से ठीक पहले उन्होंने कांग्रेस का दामन छोड़ दिया था और बीजेपी में शामिल हो गए थे.

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