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दिल्‍ली जा रहे माया-अखिलेश, सीटों को लेकर रालोद से आखिरी बार होगी बातचीत

दिल्ली पहुंचने पर अखिलेश यादव की RLD के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयंत चौधरी के साथ कल मुलाकात होगी.

Updated on: 15 Jan 2019, 03:25 PM

लखनऊ:

बसपा सुप्रीमो मायावती अब से कुछ देर बाद दिल्ली के लिए रवाना होंगी और अपने परिवार-रिश्तेदारों के साथ जन्मदिन मनाएंगी. अखिलेश यादव का भी देर शाम दिल्ली पहुंचने का अभी तक संभावित कार्यक्रम है. दिल्ली पहुंचने पर अखिलेश यादव की RLD के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयंत चौधरी के साथ कल मुलाकात होगी. माना जा रहा है कि RLD को सपा-बसपा गठबंधन में शामिल होने को लेकर आखिरी दौर की बातचीत होगी. आरएलडी के साथ सीटों का फॉर्मूला तय होने पर ही अखिलेश यादव अजित सिंह से मिलेंगे और उसके बाद सभी की मायावती से मुलाकात होगी.

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गठबंधन में 4 लोकसभा सीट की मांग पर अड़ी आरएलडी के साथ सपा ही अपने कोटे से सीटों का फॉर्मूला तय करेगी, लिहाजा बात फाइनल होने से पहले अजित सिंह और मायावती की कोई मुलाकात नही होगी. RLD के साथ बातचीत फाइनल करने के लिए सपा की ओर से अपने कोटे से दी जाने वाली सीटों पर कैराना उपचुनाव का फॉर्मूला अपनाया जाएगा और सपा नेता को ही आरएलडी के सिंबल पर चुनावी मैदान में उतारा जा सकता है.

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बता दें कि बसपा प्रमुख मायावती और सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने शनिवार को प्रेस कांफ्रेंस कर महागठबंधन की घोषणा की थी. सपा से गठबंधन को पवित्र बताते हुए कहा, मायावती ने कहा, सपा और बसपा 38-38 सीटों पर चुनाव लड़ेंगी. दो सीटें छोटी पार्टियों के लिए और दो सीटें अमेठी और रायबरेली कांग्रेस के लिए छोड़ी गई है. उन्‍होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बड़ा हमला बोलते हुए अपने संबोधन की शुरुआत की. उन्‍होंने प्रेस कांफ्रेंस को मोदी-शाह की जोड़ी की नींद उड़ाने वाली प्रेस कांफ्रेंस करार दिया. प्रेस कांफ्रेंस में मायावती ने कहा, देशहित में वह लखनऊ के गेस्‍ट हाउस कांड को पीछे छोड़ रही हैं और समाजवादी पार्टी से एक बार फिर रिश्‍ता जोड़ने जा रही हैं. पहले अजित सिंह की पार्टी रालोद को भी महागठबंधन में शामिल करने की चर्चा थी लेकिन अंतिम समय में सीटों को लेकर सहमति नहीं होने के कारण उसे बाहर रखा गया था. अब एक बार फिर से रालोद को महागठबंधन में शामिल करने की कवायद चल रही है.