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बीजेपी उम्मीदवार बोले, मो. अली जिन्ना अगर देश के पहले प्रधानमंत्री होते तो देश के दो टुकड़े नहीं होते

मोहम्मद अली जिन्ना एक एडवोकेट थे. एक विद्वान व्यक्ति थे. अगर उस वक्त निर्णय लिया होता कि हमारा पीएम मो. अली जिन्ना होते, जमकर की तारीफ

Updated on: 11 May 2019, 08:54 PM

highlights

  • बीजेपी उम्मीदवार ने जिन्ना की जमकर की तारीफ
  • जिन्ना पहले प्रधानमंत्री होते तो देश दो टुकड़े नहीं होते
  • अलीगढ़ विश्वविद्यालय के बाद मध्य प्रदेश में आ गए 'जिन्ना'

नई दिल्ली:

मध्य प्रदेश के रतलाम-झबुआ लोकसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार गुमानसिंह दामोर ने चुनावी रैली को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने जमकर मोहम्मद अली जिन्ना की तारीफ की. उनकी इतनी तारीफ की पता ही नहीं चला क्या से क्या बोल गए. अपने संबोधन में मुख्य रूप से कांग्रेस पर हमला कर रहे थे. नेहरू की आलोचना करते-करते जिन्ना की कसीदे पढ़ने लग गए. उन्होंने कहा कि आजादी के समय अगर नेहरू जिद्द नहीं करते तो इस देश के दो टुकड़े नहीं होते. मोहम्मद अली जिन्ना एक एडवोकेट थे. एक विद्वान व्यक्ति थे. अगर उस वक्त निर्णय लिया होता कि हमारा पीएम मो. अली जिन्ना बनेगा, तो इस देश के टुकड़े नहीं होते.

अलीगढ़ के बाद मध्य प्रदेश में कूदे 'जिन्ना'

मो. अली जिन्ना अक्सर भारत में चुनाव के दौरान एक बड़ी बहस के रूप में आ जाता है. अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में जिन्ना की तस्वीर पर काफी हंगामा हुआ था. जिन्ना को वहां एक स्कॉलर के रूप में माना जाता है, न कि देशद्रोह के रूप में. बीजेपी कार्यकर्ता का कहना था कि देश में जिन्ना की तस्वीर लगानी उचित नहीं है. लेकिन इस पर काफी राजनीति हुई. तस्वीर अभी भी लगी हुई है. लेकिन इस बीच मध्य प्रदेश के रतलाम-झबुआ में एक नया विवाद शुरू हो गया. गुमान सिंह दामोर ने जिन्ना की खूब तारीफ की है. उन्होंने जिन्ना को नेहरू से योग्य पीएम बताया.