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मुसलमानों को रोज अपमानित करने का नया तरीका खोजा जा रहा है, वह भी इंसान हैं कोई जानवर नहीं-असदुद्दीन ओवैसी

कैदी की पीठ पर 'ऊँ' दागने और उसे दो दिन तक भूखा रखने की घटना को एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने पूरे मुस्लिम समाज से जोड़कर केंद्र सरकार को कठघरे में खड़ा किया है

Updated on: 20 Apr 2019, 10:59 AM

नई दिल्ली.:

तिहाड़ में बंद कैदी की पीठ पर 'ऊँ' दागने और उसे दो दिन तक भूखा रखने की घटना को एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने पूरे मुस्लिम समाज से जोड़कर केंद्र सरकार को कठघरे में खड़ा किया है. उन्होंने एक ट्वीट में कहा है कि मुसलमानों को बेइज्जत करने के लिए हर दिन एक नया तरीका ईजाद किया जा रहा है. मुसलमान भी इंसान हैं, कोई जानवर नहीं.

हालांकि तिहाड़ में कैदी के साथ पेश आई इस घटना की जांच के आदेश दे दिए गए हैं, लेकिन इस पर शुरू हुई राजनीति रुकने का नाम नहीं ले रही है. ओवैसी का ट्वीट भी इसकी एक कड़ी है. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा है, 'हर रोज हमें अपमानित करने के लिए एक नया तरीका निकाला जाता है. किसी को जानवर की तरह दागना न सिर्फ क्रूर है, बल्कि मानवता और इंसानियत के खिलाफ भी है. हम जानवर नहीं हैं, इंसान हैं.'

गौरतलब है कि तिहाड़ में बंद शब्बीर के परिजनों ने उसकी जान को खतरा बताते हुए कड़कड़डूमा अदालत में याचिका दाखिल की थी इस कड़ी में मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश शब्बीर की पीठ पर गर्म सलाख से दागा गया 'ऊँ' देख पूरे मामले का खुलासा हुआ. इसके बाद से ही तिहाड़ जेल प्रशासन को कठघरे में खड़ा करती राजनीति तेज हो गई है.