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अभिनंदन को वीरता के लिए दिया जा सकता है वीर चक्र, बालाकोट एयर स्ट्राइक में शामिल पायलटों को भी मिलेगा वायु सेना मेडल

एफ-16 जैसे आधुनिक लड़ाकू विमान को कम उन्नत मिग-21 विमान से मार गिराने की वीरता के लिए भारतीय वायुसेना अभिनंदन का नाम वीर चक्र के लिए प्रस्तावित करने जा रही है.

Updated on: 20 Apr 2019, 12:26 PM

नई दिल्ली.:

प्रबल संभावना है कि विंग कमांडर अभिनंदन (Wing Commander Abhinandan Varthaman) वर्तमान बहुत जल्द फिर से लड़ाकू विमान उड़ाने लगेंगे. हालांकि इस बारे में अंतिम निर्णय इंस्टीट्यूट ऑफ एयरोस्पेस मेडिसिन विभाग लेगा, जहां अभिनंदन को अंतिम स्वीकृति से पहले कई स्वास्थ्य परीक्षणों से गुजरना होगा. यही नहीं, भारतीय वायु सेना से जुड़े सूत्र बताते हैं कि एफ-16 (F-16) को मिग से मार गिराने जैसी वीरता दिखाने के लिए अभिनंदन को वीर चक्र या शौर्य चक्र से भी सम्मानित किया जा सकता है.

अभिनंदन वह जाबांज पायलट हैं, जिन्होंने 27 फरवरी को भारतीय वायु सीमा में घुसे पाकिस्तान (pakistan) के एफ-16 लड़ाकू विमानों को न सिर्फ खदेड़ा, बल्कि एक को मार गिराया था. हालांकि इस दौरान उनके मिग-21 विमान से भी मिसाइल टकरा गई. वह पैराशूट से समय रहते कॉकपिट से निकल तो आए, लेकिन पाकिस्तान के स्थानीय नागरिकों ने उन्हें पकड़ पाक सेना के हवाले कर दिया था. बाद में भारत के कूटनीतिक दबाव में पाकिस्तान को उन्हें लगभग 60 घंटों में हो छोड़ना पड़ा था.

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सूत्रों का कहना है कि एफ-16 जैसे आधुनिक लड़ाकू विमान को कम उन्नत मिग-21 विमान से मार गिराने की वीरता के लिए भारतीय वायुसेना अभिनंदन का नाम वीर चक्र के लिए प्रस्तावित करने जा रही है. वीर चक्र युद्धकाल के दौरान प्रदर्शित की गई वीरता के लिए दिया जाने वाला तीसरा सर्वोच्च सम्मान है. सिर्फ अभिनंदन ही नहीं, बल्कि बालाकोट एय़र स्ट्राइक (Balakot Air Strike) में शामिल मिराज-2000 बेड़े के सभी पायलटों के नाम वायु सेना मेडल के लिए भेजे जाएंगे.

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इस घटनाक्रम से परिचित वायु सेना के सूत्र बताते हैं कि फिलहाल अभिनंदन अपने होम बेस में चार हफ्ते के मेडिकल अवकाश पर हैं. इसके बाद बेंगलुरु स्थित इंस्टीट्यूट ऑफ एयरोस्पेस मेडिसिन में उनका परीक्षण होगा. इसमें सही पाए जाने पर उन्हें 'ग्राउंड' से जुड़ी हल्की-फुल्की तैनाती दी जाएगी. इसके कुछ समय बाद अभिनंदन लड़ाकू विमान भी उड़ा सकेंगे.