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Fifa worldcup 2018 : तीसरे स्थान के लिए शनिवार को भिड़ेंगे बेल्जियम-इंग्लैंड, कड़े मुकाबले के आसार

कुछ दिन पहले तक विश्व विजेता का तमगा हासिल करने की प्रबल दावेदार मानी जा रही दो टीमें, इंग्लैंड और बेल्जियम अब इस रेस से बाहर हो चुकी हैं।

Updated on: 13 Jul 2018, 06:39 PM

नई दिल्ली:

कुछ दिन पहले तक विश्व विजेता का तमगा हासिल करने की प्रबल दावेदार मानी जा रही दो टीमें, इंग्लैंड और बेल्जियम अब इस रेस से बाहर हो चुकी हैं। फीफा विश्व कप के 21वें संस्करण का खिताब जीतने का सपना टूटने के बाद यह दोनों अब एक दूसरे के सामने शनिवार को तीसरे स्थान के लिए जद्दोजहद करेंगी।

दोनों के लिए इस मैच में ऊंचे मनोबल के साथ उतरना आसान नहीं होगा। विश्व कप फाइनल में न पहुंचना दोनों टीमों को बेशक चुभा होगा लेकिन अब समय है जब यह दोनों इससे बाहर निकल कर एक नए अंत को अंजाम दे सकती हैं और खुशी के साथ स्वदेश लौट सकती हैं।

दोनों टीमें सेंट पीटर्सबर्ग स्टेडियम में आमने-सामने होंगी।

फ्रांस ने बेल्जियम को कड़े मुकाबले में मात देकर फाइनल में जाने नहीं दिया। इंग्लैंड की टीम एक गोल से आगे होने के बाद भी क्रोएशिया से 1-2 से हार गई और दूसरी बार फाइनल में जाने से महरूम रही।

अब इन दोनों के पास अगर कुछ पाने के लिए है तो वो है तीसरा स्थान। माना जा रहा है कि प्रतिष्ठा के इस मुकाबले में बेल्जियम और इंग्लैंड के बीच काफी कड़ी टक्कर देखने को मिलेगी।

बेल्जियम के लिए अच्छी बात यह है कि पहले सेमीफाइनल में बाहर बैठने वाले थॉमस म्यूनिएर इस मैच में वापसी कर रहे हैं और यह इंग्लैंड के लिए सिरदर्द वाली खबर साबित हो सकती है।

फ्रांस खिलाफ बेल्जियम ने शानदार खेल दिखाया था। पहले हाफ में उसने फ्रांस से ज्यादा आक्रमण किए थे और उसके डिफेंस ने भी शानदार काम किया था। लेकिन, दूसरे हाफ में गोल खाने के बाद टीम बड़े मैच के दबाव में बिखर गई थी। इस मैच में बेल्जियम को अपनी इस गलती को दोहराने से बचना होगा। साथ ही लोमेलु लुकाकु को आगे आकर ईडन हेजार्ड का साथ देना होगा।

बेल्जियम के डिफेंस के सामने इंग्लैंड के कप्तान हैरी केन, जेसे लिंगार्ड और रहीम स्टíलंग को रोकने की चुनौती होगी। यह तीनों दूसरे सेमीफाइनल में बेअसर साबित हुए थे और इसी वजह से इस मैच में अपनी गलतियों को सुधारने के इरादे से उतरेंगे तो और खतरनाक होंगे।

इन तीनों ने क्रोएशिया के खिलाफ गोल करने के कई मौके गंवाए थे। अगर वो मौके गोल में तब्दील हो जाते तो इस विश्व कप का स्वरूप कुछ और ही होता।

टीमें :

बेल्जियम :

गोलकीपर : तिबाउत कोटरेइस, सिमोन मिग्नोलेट, कोएन कास्टील्स।

डिफेंडर : टोबी एल्डरवीरेल्ड, थोमस वीरमाएलेन, विंसेट कोम्पानी, जान वटरेनघेन, थोमस म्यूनिएर, डेड्रिक बोयाटा, लिएंडर डेनडोनकेर।

मिडफील्डर : एक्सेल विस्टल, केविन डे ब्रूने, मारुआने फेलेनी, यानिक करास्को, थोर्गन हेजार्ड, योउरी तिएलमेंस, मोउसा डेम्ब्ले, नासेर चाडली।

फारवर्ड : रोमेलु लुकाकु, ईडन हेजार्ड, ड्राइस मर्टेस, एडनान जानुजाई, मिची बात्शुयाई।

इंग्लैंड :

गोलकीपर : जॉर्डन पिकफोर्ड, जैक बुटलैंड, निक पोप।

डिफेंडर : केल वॉकर, डेनी रोस, जॉन स्टोन्स, हैरी मेग्वीर, कीरान ट्रिपिर, गैरी काहिल, फिल जोन्स, फाबिया डेल्फ, एश्ले यंग, ट्रेंट एलेक्जेंडर आरनोल्ड।

मिडफील्डर : एरिक डिएर, जेसे लिंगार्ड, जॉर्डन हेंडरसन, डेले अली, रुबेन लोफ्टस चीक।

फॉरवर्ड : हैरी केन, रहीम स्टर्लिग, जैमी वार्डी, डैनी वेलबैक, मार्कस रैशफोर्ड।

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