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Fact Check: क्या CAA और NRC के खिलाफ प्रदर्शन के लिए बुरका और हिजाब को बनाया महिलाओं का ड्रेस कोड?

सोशल मीडिया पर CAA और NRC को लेकर जारी प्रदर्शन से जुड़ा एक पोस्टर वायरल हो रहा है. इस पोस्टर में प्रदर्शन में हिस्सा लेने के लिए लोगों को बुलाया गया था

Updated on: 20 Jan 2020, 09:21 AM

नई दिल्ली:

सोशल मीडिया पर CAA और NRC को लेकर जारी प्रदर्शन से जुड़ा एक पोस्टर वायरल हो रहा है. इस पोस्टर में प्रदर्शन में हिस्सा लेने के लिए लोगों को बुलाया गया था. इसमें प्रदर्शन की तारीख और समय भी दिया गया था और इसके साथ ये भी बताया गया था कि जो भी महिला प्रदर्शन में हिस्सा लेना चाहती है उनके लिए ड्रेस कोड हिजाब और बुरका होगा. सोशल मीडिया पर इस पोस्टर को काफी शेयर किया जा रहा है.

एक यूजर ने इसे शेयर करते हुए लिखा, गजब ! अगर आप #CAA2019 और #NRC (जिसको लाने का अभी तक कोई विचार तक नहीं हुआ है) के विरुद्ध आयोजित प्रदर्शन में भाग लेना चाहते है तो आपके लिए बुर्का और हिजाब पहनना अनिवार्य है. ये लोग देश को शरिया कानून की तरफ बढ़ाने की चाहत में अग्रसर है. वहीं एक दूसरे यूजर ने ट्वीट किया, 'प्रोटेस्ट CAA के विरुद्ध है लेकिन ड्रेस कोड हिजाब और बुरका है. पितृसत्ता और मनुवाद से आजादी हिजाब और बुरका पहनकर मिलेगी. सीधे शब्दों में, यह देश भर में आंदोलन नहीं हो रहा, बल्कि शक्ति प्रदर्शन है और देश के हिंदुओं के धैर्य की परीक्षा ली जा रही है'.

क्या है इस दावे की सच्चाई?

वायरल हो रहे पोस्टर के मुताबिक ये प्रदर्शन मुंबई के अगरीपाड़ा स्थित YMCA ग्राउंड में होने वाला था. ऐसे में हमने ' WOMEN PROTEST YMCA GROUND' कीवर्ड के साथ ट्विटर पर सर्च किया तो हमें आमिर एडर्सी का ट्वीट मिला जिसमें वायरल हो रहा पोस्टर भी था. लेकिन उसमें महिलाओं के ड्रेस कोड की बात कहीं नहीं लिखी थी. बल्कि उस जगह बड़े-बड़े अक्षरों में प्रदर्शन की तारीख और समय लिखा हुआ था. इसके अलावा CAA और NRC PROTEST INFO नाम के ट्वीटर हैंडल से भी ये पोस्टर ट्वीट किया गय है जिसमें ड्रेस कोड का कोई जिक्र नहीं है.

इससे ये साफ है कि जिस पोस्टर में महिलाओं की ड्रेस कोड की बात हो रही है वो पूरी तरह फेक है और फोटोशॉप के जरिए बनाई गई है. इस प्रदर्शन से जुड़े कुछ और पोस्टर भी ट्वीट किए गए थे उनमें भी महिलाओं के ड्रेस कोड का कोई जिक्र नहीं था.