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Fact Check: हैदराबाद रेप की घटना के बीच वायरल हुआ 'निर्भया' हेल्पलाइन नंबर, जानें इसकी सच्चाई

हैदराबाद में महिला वेटरनरी डॉक्टर (पशु चिकित्सक) के साथ हुई हैवानियत के बाद पूरे देश में आक्रोश का माहौल है. संसद से लेकर सड़क तक महिला डॉक्टर को न्याय की मांग तेज हो गई है. लेकिन इसी बीच सोशल मीडिया पर एक नंबर और मैसेज तेजी से वायरल किया जा रहा है.

Updated on: 02 Dec 2019, 03:13 PM

नई दिल्ली:

हैदराबाद में महिला वेटरनरी डॉक्टर (पशु चिकित्सक) के साथ हुई हैवानियत के बाद पूरे देश में आक्रोश का माहौल है. संसद से लेकर सड़क तक महिला डॉक्टर को न्याय की मांग तेज हो गई है. लेकिन इसी बीच सोशल मीडिया पर एक नंबर और मैसेज तेजी से वायरल किया जा रहा है. सोशल मीडिया पर निर्भया हेल्पलाइन नंबर के नाम पर ये 9833312222 नंबर वायरल हो रहा है जिसके साथ ये मैसेज भी भेजा रहा है कि इमरजेंसी की स्थिति में महिलाएं इस नंबर पर मिसकॉल दें, जिसके बाद महिला पुलिस तुरंत आपके पास पहुंच जाएगी.

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लेकिन जब हमने इस पोस्ट की सच्चाई का पता लगाया तो हमारी पड़ताल में ये फेक न्यूज निकली. बता दें कि  यह नंबर मुंबई पुलिस द्वारा शहर में यात्रा करने वाले महिलाओं की सुरक्षा के लिए जारी किया गया था. साल 2018 में इस नंबर को बंद भी किया जा चुका है. इसके साथ ही मुंबई पुलिस नया नंबर भी जारी कर चुकी है. 

मुंबई मिरर की 2015 की एक रिपोर्ट के मुताबिक, मुंबई रेलवे पुलिस ने निर्भया हेल्पलाइन नंबर 9833312222 को सिटी ट्रेन में सफर करने वाली महिलाओं की सुरक्षा के लिए शुरू किया था. मीडिया रिपोर्ट्स से पता चला कि यह नंबर 2018 से ऑपरेशनल नहीं है. मुंबई पुलिस ने भी इसकी जानकारी दी है, लेकिन अब यह पेज ऑपरेशनल नहीं है.

बता दें कि 25 वर्षीय महिला पशु चिकित्सक की चार ट्रक चालकों ने गत 27 नवम्बर को शहर के बाहरी इलाके स्थित टोंडापल्ली टोल प्लाजा पर बलात्कार के बाद हत्या कर दी थी. बाद में उन्होंने शव पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी थी.