logo-image

Fact Check: JNU Protest में गिरफ्तार हुई यूनिवर्सिटी की सबसे पुरानी छात्रा? क्या है इस पोस्ट की सच्चाई

दरअसल जेएनयू के छात्र पिछले कुछ दिनों से फीस बढ़ोतरी को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. इसी के चलते सोशल मीडिया पर ये तस्वीर वायरल हो रही है.

Updated on: 20 Nov 2019, 03:11 PM

नई दिल्ली:

सोशल मीडिया पर एक तस्वीर काफी ज्यादा वायरल हो रही है जिसमें एक वृद्ध महिला को पुलिस वाले पुलिस वैन में घुसाते हुए दिख रहे हैं. इस तस्वीर को शेयर करने वालों का दावा है कि ये तस्वीर जेएनयू प्रदर्शन की है और जिस महिला को पुलिस वाले पकड़े हुए है वो जेएनयू की सबसे पुरानी छात्रा है. दरअसल जेएनयू के छात्र पिछले कुछ दिनों से फीस बढ़ोतरी को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. इसी के चलते सोशल मीडिया पर ये तस्वीर वायरल हो रही है.

यह भी पढ़ें: Fact Check: क्या तेजस में खराब खाना खाकर लोग ICU में भर्ती हो गए? जानें सच्चाई

क्या है इस पोस्ट की सच्चाई?

हमने इस पोस्ट की सच्चाई जानने के लिए वायरल हो रही पोस्ट को गूगल की मदद से सर्च इमेज किया तो हमे Bloomerg quint की एक खबर मिली जिसमें यही फोटो ली थी. इस तस्वीर के साथ छपी थी कि मीटू अभियान के तहत सीजेआई रंजन गोगोई पर लगे आरोपो के खिलाफ लोगों का प्रोटेस्ट. ये खबर मई 2019 में छपी थी.

दरअसल लोगों का ये विरोध प्रदर्शन सीजेआई के खिलाफ लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों के निपटारे के लिए अपनाई गई प्रकिया को लेकर था. इससे एक बात तो साफ हो गई कि तस्वीर जेएनयू प्रोटेस्ट की नहीं है. फिर हमने इसको आगे सर्च किया तो पता चला कि पुलिस ने जिस महिला को पकड़ रखा है असल में वो जेएनयू की छात्रा है ही नहीं बल्कि सीपीआई नेता एनी राजा हैं.

यह भी पढ़ें: Fact Check: क्या भारी प्रदूषण के बावजूद मनोज तिवारी ने दिल्ली में जलाए पटाखे?

ऐसे में ये साफ हो जाता है कि सोशल मडिया पर जेएनयू प्रोटेस्ट के नाम से वायरल हो रही पोस्ट गलत है. न तो ये महिला जेएनयू की सबसे पुरानी छात्रा हैं और न ही ये तस्वीर जेएनयू प्रोटेस्ट की है.