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FLASHBACK: जब राजेश खन्ना ने अपने अहं को ठेस पहुंचाने वाली प्रेमिका से लिया बदला

पिता के बिजनेस को संभालने का भय हर पल काका को सताता रहता था, लेकिन थियेटर और रंगमंच से खासा लगाव महसूस करने वाले सुपरस्टार ने फिल्मों के प्रति अपनी जिद को कभी भी नहीं छोड़ा।

Updated on: 29 Dec 2017, 11:41 AM

highlights

  • पिता के बिजनेस को संभालने का भय हर पल काका को सताता रहता था, लेकिन थियेटर और रंगमंच से खासा लगाव महसूस करने वाले सुपरस्टार ने फिल्मों के प्रति अपनी जिद को कभी नहीं छोड़ा
  • बचपन से ही फिल्मों के प्रति खास लगाव रखने वाले अभिनेता ने शायद ही सोचा होगा की कामयाबी के शिखर पर पहुंच पाएंगे

नई दिल्ली:

लुभावनी मुस्कान, चंचल शरारतें और चमकदार चेहरे वाला बॉलीवुड का पहला सदाबहार सुपरस्टार आज भले ही हमारे बीच में न हो, लेकिन उनकी यादें सभी के जहन में जिंदा हैं।

हिंदी फिल्म जगत में अपने अभिनय से लोगों को दीवाना बनाने वाले राजेश खन्ना का आज (29 दिसंबर) जन्मदिन है। सत्तर के दशक में दर्शकों द्वारा पहले सुपरस्टार की उपाधि प्राप्त करने वाले राजेश खन्ना का असली नाम जतिन खन्ना है। 

उन्हें बचपन में उनके ताऊ और ताई जी ने गोद ले लिया था और वह उनके साथ मुंबई में ही रहने लगे थे। बचपन से ही फिल्मों के प्रति खास लगाव रखने वाले अभिनेता ने शायद ही सोचा होगा की वह कामयाबी के शिखर पर पहुंच पाएंगे।

पिता के बिजनेस को संभालने का भय हर पल काका को सताता रहता था, लेकिन थियेटर और रंगमंच से खासा लगाव महसूस करने वाले सुपरस्टार ने फिल्मों के प्रति अपनी जिद को कभी भी नहीं छोड़ा।

मशहूर पत्रकार और लेखक यासिर उस्मान की किताब 'राजेश खन्ना: द अनटोल्ड स्टोरी ऑफ इंडियाज फर्स्ट सुपरस्टार' के हिंदी अनुवाद 'कुछ तो लोग कहेंगे' में राजेश खन्ना के जीवन से जुड़े हर अहम पहलुओं पर सिलसिलेवार ढ़ग से प्रकाश डाला गया है।

यासिर के मुताबिक राजेश खन्ना अपने अहं को ठेस पहुंचाने वाले को कभी भी नहीं छोड़ते थे। बहुआयामी प्रतिभा के धनी काका अपने आत्मसम्मान से बहुत प्यार करते थे।

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यहां तक कि उन्होंने इस पर चोट करने वाली अपनी प्रेमिका अंजू महेंद्रू और सात साल के रिलेशनशिप को भी नहीं बख्शा। जिस दिन डिपंल के साथ वह सात फेरे लेने वाले थे, उस दिन भी कहीं न कहीं उन्होंने अपने आपको प्यार में धोखा खाए इंसान की तरह बेहद कमजोर पाया।

उन्होंने भी ठान लिया कि वह अपनी प्रेमिका के घर के सामने से ही बारात लेकर जाएंगे और उन्होंने ऐसा ही किया। हालांकि ऐसा करने के पीछे उन्होंने कोई खास तर्क नहीं दिया, केवल यही कहा कि ये करने से मेरे घायल दिल पर मरहम लगा है।

यासिर ने अपनी किताब में लिखा कि उनकी लोकप्रियता का आलम इस कदर था कि लड़कियां उन्हें शादियों के प्रपोजल और खून भरे खत लिखा करती थीं। शाहरुख खान और सलमान खान की लोकप्रियता पांच गुना कर दिया जाए, तभी भी वह राजेश खन्ना की बराबरी नहीं कर सकते हैं।

लड़कियों में उनकी फैन फॉलोइंग की गवाह रहीं एक मशहूर पत्रकार ने राजेश खन्ना के लिए उठे हिस्टीरिया की तुलना जंगल की आग से की है। उनके लिए फैन्स की दीवानगी पिछली पीढ़ियों की हर मिसाल से आगे बढ़ गई थी।

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रातों में राजेश खन्ना का जिक्र किया जाता, महिलाओं की किटी पार्टी में, बुजुर्ग औरतों के कीर्तन में और नवयुवतियों के सपनों में किसी ना किसी तरह उनके होने का अहसास होता था।

लेकिन शायद ही किसी ने सोचा होगा कि राजेश खन्ना जितनी तेजी से ऊपर गए थे, उससे कहीं तेजी से उनकी सफलता हाथों से छूट जाएगी। एक सुपरस्टार की जिंदगी सिर्फ उसकी अपनी नहीं रहती, कुछ हद तक उसके फैन्स की भी हो जाती है।

वो सुपर स्टारडम के गहरे नशे की गिरफ्त में भी आ चुके थे। वक्त के साथ कदम से कदम मिलाने के लिए उन्होंने शराब से दोस्ती कर ली।

चमचे और जी-हुजूरी करने वाले लोग धीरे-धीरे उन्हें हकीकत से किस कदर दूर ले गए, इसका अंदाजा शायद राजेश को उस समय बिल्कुल नहीं हुआ। इसके चलते वह अपने करियर, परिवार और खुद से जुड़े लोगों से दूर हो गए।

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