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अगर बिगड़े भारत-पाक रिश्ते तो पाक फ़िल्म इंडस्ट्री को होगा बड़ा नुकसान

पाकिस्तान फ़िल्म इंडस्ट्री के डिस्ट्रीब्यूटर और एट्रियम मल्टीप्लेक्स चेन के मालिक नदीम मंडवीवाला का कहना है कि पिछले कुछ सालों में बॉलिवुड और हॉलिवुड लेटेस्ट फि़ल्मों के रिलीज़ से पाक सिनेमा इंडस्ट्री में काफ़ी उछाल आया है।

Updated on: 28 Sep 2016, 04:31 PM

नई दिल्ली:

उरी हमले के बाद भारत-पाक रिश्तों में खटास पड़नी शुरु हो गई है। जिसका असर पाकिस्तान की फ़िल्म इंडस्ट्री पर पड़ने लगा है। पाकिस्तान में बॉलिवुड फिल्मों के बैन के बाद पाक फ़िल्म इंडस्ट्री को करीब 70 प्रतिशत नुकसान होगा। भारत-पाक रिश्तों के ना सुधरने की स्थिति में भारतीय फ़िल्मों के बैन का डर पाकिस्तानी फ़िल्म इंडस्ट्री से जुड़े लोगों को लगा हुआ है। इंडस्ट्री के फ़िल्म डिस्ट्रीब्यूटर और एट्रियम मल्टीप्लेक्स चेन के मालिक नदीम मंडवीवाला का कहना है कि पिछले कुछ सालों में बॉलिवुड और हॉलिवुड लेटेस्ट फि़ल्मों के रिलीज़ से पाक सिनेमा इंडस्ट्री में के कारोबार में काफ़ी उछाल आया है।
उन्होंने कहा कि, मैं ये आशा करता हूं कि ये तनाव लंबे समय के लिए ना रहे। अगर ये बैन कुछ समय के लिए होगा तो हम इससे कुछ समय का होगा तो हम बच सकते हैं, लेकिन अगर ये बैन हमेशा के लिए हुआ तो पाकिस्तान के कई सिनेमा घर औऱ मल्टीप्लेक्स बंद करने पड़ेंगे।
मंडवीवाला ने कहा कि पाकिस्तानी फ़िल्म इंडस्ट्री का 70 फ़ीसदी बिज़नेस बॉलिवुड और हॉलिवुड की फ़िल्मों से आता है। हमने कई पाकिस्तानी फ़िल्मों को रिलीज़ होते देखा है और अभी कई और रिलीज़ होने वाली हैं। लेकिन एक सिनेमा इंडस्ट्री को चलाने के लिए हर साल 50 से 60 फ़िल्में बनानी पड़ती है, जो अभी हम नहीं कर रहे हैं।
उरी हमले के बाद जहां पाकिस्तानी कलाकारों को देश से बाहर करने की बात हुई। पाकिस्तान में भारतीय फ़िल्मों के प्रदर्शन रोक लगाई जा सकती है।