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शाहीन बाग में धरने पर बैठे प्रदर्शनकारियों से मिलने पहुंचीं बॉलीवुड अभिनेत्री सुहासिनी मुले, कही ये बड़ी बात

बॉलीवुड अभिनेत्री सुहासिनी मुले (Suhasini Mulay) शनिवार देर शाम शाहीन बाग में धरने पर बैठे प्रदर्शनकारियों से मिलने पहुंचीं.

Updated on: 22 Feb 2020, 05:04 PM

नई दिल्‍ली:

दिल्ली के शाहीन बाग (Shaheen Bagh) में नागरिकता संशोधन कानून (Citizenship Amendment Act 2019) के खिलाफ कई दिनों से विरोध प्रदर्शन चल रहा है. बॉलीवुड अभिनेत्री सुहासिनी मुले (Suhasini Mulay) शनिवार देर शाम शाहीन बाग में धरने पर बैठे प्रदर्शनकारियों से मिलने पहुंचीं. इस दौरान सुहासिनी सुले ने प्रदर्शनकारियों से बातचीत की और उनका समर्थन किया. 

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बॉलीवुड अभिनेत्री और नेशनल अवॉर्ड विनर सुहासिनी मुले अचानक शाहीन बाग पहुंच गईं. इस दौरान उन्होंने प्रदर्शनकारियों से बातचीत कर उनका दर्द जाना. उन्होंने कहा कि मैं आपका समर्थन करती हूं. सुहासिनी मुले नेशनल अवॉर्ड विनर हैं. आपको बता दें कि सुहासिनी मुले एक सशक्त अभिनेत्री हैं. साथ ही वह एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म निर्माता भी है, जिन्होंने चार बार अपनी डॉक्यूमेंट्री फिल्मों के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार जीता है.

बता दें कि शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों को मनाने और उनसे बातचीत करने के लिए शनिवार को एक और कोशिश की गई है. सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) की ओर से नियुक्‍त वार्ताकार वरिष्‍ठ अधिवक्‍ता साधना रामचंद्रन (Sadhna Ramchandran) शाहीनबाग पहुंचीं. सुप्रीम कोर्ट की ओर से नियुक्‍त वार्ताकार तीन बार शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों से बात कर चुके हैं, जो बेनतीजा रही. शाहीनबाग में पिछले तीन से जारी वार्ताकारों के प्रयास चौथे दिन भी विफल रहे. शाहीनबाग के प्रदर्शनकारियों ने रोड खोलने को लेकर अब ऐसी शर्तें रखी हैं जो कहीं से भी व्यवहारिक नहीं लगती.

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साधना बोलीं- अफवाह में न पड़ें प्रदर्शनकारी

साधना रामचंद्रन ने लोगों से अफवाह में न आने की अपील की. उन्‍होंने कहा, हम लोकतंत्र में हैं, भेड़ चाल में ना चलें. उन्‍होंने प्रदर्शनकारियों को सुरक्षा दिलाए जाने का भरोसा भी दिया. उन्‍होंने यह भी कहा कि सुरक्षा की बात सुप्रीम कोर्ट में रखेंगे. दूसरी ओर, प्रदर्शनकारियों ने कहा, हमें कोर्ट से सुरक्षा का वादा चाहिए. हमें दिल्‍ली पुलिस पर भरोसा नहीं है. अब प्रदर्शनकारियों की नई शर्त से एक बार फिर मामला लटकता दिखाई दे रहा है. प्रदर्शनकारियों ने जो शर्तें सामने रखीं हैं उनके पूरा होने की उम्मीद दिखाई नहीं दे रही है.

प्रदर्शनकारियों ने रखीं ये सात शर्तें

- प्रदर्शनकारियों की मांग है कि उन्हें 24 घंटे सुरक्षा मुहैया कराई जाए

- सुरक्षा की गारंटी सुप्रीम कोर्ट ले और लिखित में दें

- प्रदर्शनकारियों को किसी टीन शेड में कवर किया जाए

- शाहीनबाग और जामिया के लोगों पर जो केस चल रहे हैं उसे वापस लिया जाए

- जामिया में पुलिस की भूमिका की जांच हो

- प्रदर्शन शाहीनबाग में ही चलने दिया जाए

- शाहीनबाग पर जिन जिन नेताओं ने अभद्र टिप्पड़ी की हैं उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए