logo-image

यौन शोषण मामलों को सुलझाने में फिल्म उद्योग असमर्थ : अनुराग कश्यप

कश्यप, विक्रमादित्य मोटवानी और मधु मंटेना के साथ बहल की साझेदारी वाली कंपनी 'फैंटम फिल्म्स' की एक महिला कर्मी ने बहल पर गोवा की यात्रा के दौरान उनका यौन शोषण करने का आरोप लगाया था.

Updated on: 08 Oct 2018, 11:40 AM

मुंबई:

फिल्म निर्देशक अनुराग कश्यप ने स्वीकार किया है कि वे फिल्म निर्देशक विकास बहल के खिलाफ लगे यौन शोषण के आरोपों के बारे में जानते थे. उन्होंने कहा कि इस संबंध में सही निर्णय नहीं लेने के लिए उन्हें दुख होता है. कश्यप, विक्रमादित्य मोटवानी और मधु मंटेना के साथ बहल की साझेदारी वाली कंपनी 'फैंटम फिल्म्स' की एक महिला कर्मी ने बहल पर गोवा की यात्रा के दौरान उनका यौन शोषण करने का आरोप लगाया था. सात साल चलने के बाद 'फैंटम फिल्म्स' अब बंद हो गई है.

कश्यप ने रविवार को ट्विटर पर एक लंबे बयान में कहा, "फैंटम के दौरान हम जो भी कर सकते थे, हमने किया. जैसा हमारे सहयोगी और उसके वकीलों ने हमें बताया. न्यायिक और आर्थिक निर्णयों के लिए मैं पूरी तरह अपने साझेदार और उसके दल पर निर्भर था. वे उन चीजों का ख्याल रखते थे जिससे मैं उन कामों पर ध्यान दे सकूं जिनमें मैं बेहतर और रचनात्मक करता. उनके शब्द और उनके दल के शब्द हमारे लिए किसी भी मामले में अंतिम निर्णय हुआ करते थे."

उन्होंने लिखा, "उस समय मुझे दी गई विधि सलाह के आधार पर मुझे बताया गया कि हमारे पास सीमित विकल्प हैं. लेकिन अब देखता हूं कि मुझे किस तरह गुमराह किया गया था."

कश्यप ने बताया कि बहल की सार्वजनिक रूप से निंदा करने के बाद उन्होंने कैसे इन परिस्थितियों का सामना किया. कंपनी ने बहल को कार्यालय परिसर में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी और उनके अधिकार छीन लिए. उन्होंने कहा कि स्टूडियो का अनुबंध उन्हें उनके साझेदार बहल के खिलाफ जाने की अनुमति नहीं देता था.

उन्होंने कहा, "फिल्म उद्योग यौन शोषण, कॉपीराइट, सेंसरशिप जैसे मामलों से निपटने में असमर्थ है. इसका बड़ा कारण यह है कि यहां सही सलाह और विधिक जानकारियों की जागरूकता की कमी है." कश्यप ने इस दौरान पीड़िता से माफी मांगी.