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एनएफएआई अभिनेता गिरीश कर्नाड को देगा श्रद्धांजलि

‘कानूरू हेगादिथी’ कन्नड़ भाषा की फिल्म है. इन्हें मंगलवार को पुणे में भारतीय राष्ट्रीय फिल्म अभिलेखागार में प्रदर्शित किया जाएगा.

Updated on: 11 Jun 2019, 11:23 PM

highlights

  • गिरीश कर्नाड को श्रद्धांजलि देगा NFAI 
  • सोमवार को 81 वर्ष की आयु में हुआ निधन
  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने निधन पर दुख जताया था

नई दिल्ली:

भारतीय राष्ट्रीय फिल्म अभिलेखागार प्रख्यात नाटककार और अभिनेता गिरीश कर्नाड को श्रद्धांजलि देगा. कर्नाड का सोमवार को निधन हो गया था. रंगमंच की दिग्गज हस्ती रहे कर्नाड की कुछ प्रसिद्ध फिल्मों ‘ओंडानोंडू कालाडल्ली’, ‘कानूरू हेगादिथी’, ‘काडू’ और जब्बार पटेल की ‘उमबर्था’ को प्रदर्शित करके एनएफएआई उन्हें श्रद्धांजलि देगा. ओंडानोंडू कालाडल्ली’ और ‘कानूरू हेगादिथी’ कन्नड़ भाषा की फिल्म है. इन्हें मंगलवार को पुणे में भारतीय राष्ट्रीय फिल्म अभिलेखागार में प्रदर्शित किया जाएगा. मराठी फिल्म ‘उमबर्था’ शनिवार को दिखाई जाएगी. कर्नाड का 81 वर्ष की आयु में लंबी बीमारी के बाद बेंगलुरू स्थित उनके आवास में निधन हो गया था.

गिरीश कर्नाड बहुंमुखी प्रतिभा के धनी थे. 1960 के दशक में नाटकों के लेखन से कर्नाड को लोग पहचानने लगे. कन्नड़ नाटक लेखन में गिरीश कर्नाड की वही भूमिका है जो बंगाली में बादल सरकार, मराठी में विजय तेंदुलकर और हिंदी में मोहन राकेश जैसे दिग्गज नाटककारों की थी. लगभग चार दशक से ज्यादा समय तक कर्नाड ने नाटकों के लिए जमकर काम किया. कर्नाड ने अंग्रेजी के भी कई प्रतिष्ठित नाटकों का अनुवाद किया.

कर्नाड के नाटक कई भारतीय भाषाओं में अनुदित हुए. कर्नाड ने हिंदी और कन्नड़ सिनेमा में अभिनेता, निर्देशक और स्क्रीन राइटर के तौर पर काम किया. उन्हें पद्मश्री और पद्म भूषण का सम्मान मिला. कर्नाड को चार फिल्म फेयर अवॉर्ड भी मिले. PM नरेंद्र मोदी ने भी गिरीश कर्नाड के निधन पर दुख जताया था उन्होंने कहा, गिरीश कर्नाड को सभी माध्यमों में बहुमुखी अभिनय के लिए याद किया जाएगा. पीएम ने कहा, प्रिय लगने वाले कारणों पर भी उन्होंने भावुकता से बात की. उनके काम आने वाले वर्षों में और लोकप्रिय होते रहेंगे. पीएम ने कहा, उनके निधन से दुखी हूं उनकी आत्मा को शांति मिले.