logo-image

'जुड़वा 2' मूवी रिव्यू: वरुण धवन में नहीं दिखी सलमान खान वाली बात

इससे पहले साल 1997 में डेविड धवन ने 'जुड़वा' के टाइटल से तेलुगु फिल्म 'हेलो ब्रदर' की रीमेक बनाई थी। आज हम आपको फिल्म के बारें में बताने जा रहे हैं, जिसमें सभी किरदारों के अभिनय को काफी सराहा गया है।

Updated on: 01 Oct 2017, 05:44 PM

नई दिल्ली:

डेविड धवन के निर्देशन में बनने वाली फिल्म 'जुड़वा 2' 29 सितंबर को रिलीज हो गई है। इसमें वरुण धवन, तापसी पन्नू और जैकलीन फर्नांडीज ने अहम भूमिका निभाई है।

इससे पहले साल 1997 में डेविड धवन ने 'जुड़वा' के टाइटल से तेलुगु फिल्म 'हेलो ब्रदर' की रीमेक बनाई थी। आज हम आपको फिल्म के बारें में बताने जा रहे हैं, जिसमें सभी किरदारों के अभिनय को काफी सराहा गया है। लेकिन फिल्म की कमजोर स्क्रिप्ट आपको कहीं ना कहीं बोर करती नजर आएगी। 'जुड़वा 2' देखने बाद आपको सलमान खान की फिल्म 'जुड़वा' की याद आ जाएगी। 

कहानी

फिल्म की कहानी एक स्मगलर चार्ल्स (जाकिर) से शुरू होती है, जो एक अमीर बिजनेसमैन मल्होत्रा (सचिन खेड़कर) के हीरों से भरे बैंग के पीछे पड़ा है। स्मगलर मल्होत्रा के नवजात जुड़वा बच्चों में से एक को उठाकर ले जाता है, जो बाद में मुंबई के रेलवे ट्रैक पर पाया जाता है। एक महिला (काशी) इस बच्चे को रेलवे ट्रैक से उठाकर अपने घर ले आती है और उसे पाल-पोसकर बड़ा करती है, वह इसका नाम राजा रखती है। राजा (वरुण धवन) का एक दोस्त है, जिसका नाम नंदू (राजपाल यादव) है।

वहीं राजा का जुड़वा भाई प्रेम (वरुण धवन) लंदन में अपने माता-पिता के साथ रहता है। दोनों की आदतें एक-दूसरे से बिल्कुल भी नहीं मिलती हैं। फिल्म में कैसे प्रेम और राजा का मिलन होता है, इसके साथ ही इसमें क्या-क्या ट्विस्ट और टर्न्स आते हैं यह जानने के लिए आपको फिल्म देखनी पड़ेगी।

बात करें फिल्म में कुछ नयेपन की, तो वो आपको इसमें नजर आने वाला नहीं है, क्योंकि इसकी कहानी पुरानी बोतल नई शराब जैसी बात है। जी हां, फिल्म के पहले भाग में जहां, सलमान खान लीड रोल में दमदार कॉमेडी करते हुए नजर आए थे, वहीं 'जुड़वा2' में वरुण धवन अपनी कमजोर कॉमेडी से दर्शकों का दिल जीतने की कोशिश करते हुए दिखाई दिए। फिल्म देखने से पहले अगर आप सोच रहे हैं कि इसमें सालमान खान वाला ​दम दिखने वाला है, तो ऐसा बिल्कुल भी नहीं है।

और पढ़ें: अमेरिकी दूतावास में छाया बॉलीवुड का खुमार: 'कितने आदमी थे' जैसे डायलॉग बोलते आए नजर

फिल्म में घिसे-पिटे संवाद और डायलॉग कहीं ना कहीं आपको बोर कर देंगे इसके साथ अगर बात करें, वरुण, ​जैकलीन और तापसी की तो तीनों की एक्टिंग औसत ही है। इसमें आपको कोई न​ई कहानी देखने को नहीं मिलेगी।

फिल्म में जबर्दस्ती के जोड़े गए कॉ​मेडी सीन्स देखने के बाद आप ये भी सोचने पर मजबूर हो जाएंगे कि ये डेविड धवन का ही निर्देशन है या फिर किसी और का। अपनी फिल्मों से उन्होंने बॉलीवुड में जो नजीर पेश की है, वह इसमें देखने को नहीं मिलती है।

बात करें फिल्म के गानों की तो वह रिलीज होने के बाद से ही लोगों की जुबां पर चढ़कर बोल रहे हैं। इसके दो गाने 'ऊंची है बिल्डिंग' और 'टन टना टन टन टन टारा' तो आप पहले भी सुन चुके हैं, जो काफी पसंद किये जा रहे हैं। फिल्म में बहुत सारे किरदार होने के कारण वह इससे न्याय नहीं कर पाए।

और पढ़ें: वरुण धवन किसी ​हॉलीवुड नहीं, बल्कि इस बॉलीवुड अभिनेता से हैं प्रभावित