logo-image

राहुल गांधी की दोहरी नागरिकता पर सुब्रमण्यम स्वामी ने एक बार फिर किया यह बड़ा दावा

स्वामी का दावा है कि जिन सबूतों के आधार पर उन्होंने राहुल गांधी की दोहरी नागरिकता का आरोप लगाया था, उन सबूतों पर ब्रिटिश हुकूमत की औपचारिक मोहर लग गई है.

Updated on: 21 May 2019, 12:34 PM

नई दिल्ली:

सुब्रमण्यम स्वामी बीते कुछ दिनों से ब्रिटेन के दौरे पर थे, जहां उनकी हाउस ऑफ कॉमंस में ब्रिटिश सांसदों से मुलाकात हुई. स्वामी का दावा है कि जिन सबूतों के आधार पर उन्होंने राहुल गांधी की दोहरी नागरिकता का आरोप लगाया था, उन सबूतों पर ब्रिटिश हुकूमत की औपचारिक मोहर लग गई है. जिसकी जानकारी भारतीय उच्चायोग को दे दी गई है. गौरतलब है कि स्वामी ने राहुल गांधी पर भारत और ब्रिटेन की दोहरी नागरिकता रखने का आरोप लगाया था. स्वामी का कहना है कि अब जल्द ही सरकार राहुल गांधी पर बड़ी और कड़ी कार्यवाही कर सकती है. ब्रिटिश अधिकारियों ने ने दावा किया है कि जो भी दस्तावेज राहुल गांधी की कंपनी और उनके ब्रिटिश नागरिकता से जुड़े हुए अपलोड किए गए हैं, वह पूरी तरह से सत्य और प्रमाणित है.

यह भी पढ़ें- आय से अधिक संपत्ति मामला : मुलायम सिंह यादव और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को CBI की क्लीनचिट

सरकार गठन के एक दिन बाद ही शुरू हो सकता है राम मंदिर का काम

सुब्रमण्यम स्वामी ने राम मंदिर मुद्द पर कहा कि, तकनीकी रूप से नरसिम्हा राव सरकार के समय ही विवादित भूमि का राष्ट्रीयकरण हो चुका है. सरकार अगर चाहे तो, अपनी सरकार के गठन के एक दिन बाद ही राम मंदिर निर्माण का काम शुरू कर सकती है.

अखिलेश माया की तारीफ, कारगर गठबंधन

स्वामी ने उत्तर प्रदेश में महागठबंधन के दोनों नेताओं की तारीफ करते हुए कहा कि अखिलेश यादव और मायावती, दोनों ने अच्छा काम किया है. यह बात और है कि जब पिछली बार सपा-बसपा का गठबंधन टूटा था, तो उसकी वजह यह थी कि समाजवादी पार्टी अपना वोट बसपा के प्रत्याशियों को शिफ्ट नहीं करवा पाई थी. जहां तक मायावती का सवाल है मायावती के एक इशारे पर उनका पूरा वोट बैंक महा गठबंधन के प्रत्याशी की तरफ चला जाता है.

जेटली पर फिर निशाना, पीएम तय करेंगे कौन होगा अगला मुख्यमंत्री

कौन बनेगा देश का अगला प्रधानमंत्री के सवाल पर स्वामी ने कहा, यह तय करना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का काम है कि देश का अगला मुख्यमंत्री कौन बनेगा, लेकिन अरुण जेटली की वजह से आर्थिक रूप से नुकसान हुआ है. उनकी वजह से चिदंबरम समेत विपक्ष के बड़े नेता बचते रहे हैं.