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मुलायम सिंह यादव को प्रचारक नहीं बनाए जाने की शरद यादव ने बताई असली वजह

मुलायम सिंह यादव के स्टार प्रचारक ना होने को राजनीति के के चश्मे से नहीं देखना चाहिए. वह मेहनत नहीं कर सकते, ना ही रोज बयान दे सकते हैं

Updated on: 24 Mar 2019, 01:54 PM

नई दिल्‍ली:

मुलायम सिंह यादव के स्टार प्रचारक ना होने को राजनीति के के चश्मे से नहीं देखना चाहिए. वह मेहनत नहीं कर सकते, ना ही रोज बयान दे सकते हैं, इसलिए उन्हें प्रचारक नहीं बनाया गया. राहुल की सीट से ज्यादा जरूरी है, मूल मुद्दों पर लड़ा जाए चुनाव. ये बातें राजग के पूर्व संयोजक शरद यादव ने न्‍यूज नेशन से कहीं. बता दें समाजवादी पार्टी अपने स्‍टार प्रचारकों की जो लिस्‍ट जारी की है उसमें मुलायम सिंह का नाम नहीं है.

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उन्‍होंने कहा कि अटल बिहारी वाजपेई इंदिरा गांधी से लेकर नरेंद्र मोदी तक बहुत से नेता और मैं खुद भी दो या दो से अधिक सीटों से चुनाव लड़ चुका हूं. ऐसे में राहुल गांधी के ऊपर विवाद खड़ा करने या सैम पित्रोदा जैसे मुद्दे उठाने से बेहतर है, बेरोजगारी और किसान की परेशानी पर हो लोकसभा चुनाव. प्रधानमंत्री ने इमरान खान को पत्र लिखा नहीं लिखा यह चुनावी मुद्दा नहीं होना चाहिए.

मोदी ने बना दिया विषैला मस्तिष्क

शरद यादव ने कहा कि गुड़गांव की घटना हमारे सामने है. ऐसी और घटनाएं भी हो सकती है. इस सरकार में लोगों के दिमाग में जहर घोल दिया है. लोकतंत्र को बचाना है तो 5 साल के नुकसान को देखना होगा और इस सरकार को बाहर का रास्ता दिखाना होगा.

बीजेपी की पूंजी पर चुनाव आयोग से करूंगा शिकायत

मुझे लगता है कि निर्वाचन आयोग से शिकायत करनी चाहिए कि, भारतीय जनता पार्टी के पास जितने आर्थिक संसाधन है. देश की सभी पार्टियों को मिलाकर भी उसकी बराबरी नहीं की जा सकती. पूंजी पतियों की पार्टी है बीजेपी.

राम मंदिर पर तमाशा और दंगे कराती है बीजेपी

प्रियंका अयोध्या जा रही है, लेकिन कम से कम देंगे तो नहीं करा रही. बीजेपी ने तो मंदिर के नाम पर पूरे देश में तमाशा खड़ा कर रखा है, बहुत से दंगे कर आए हैं. हम तो सिर्फ जिंदा लोगों की पूजा करते हैं और जिंदा लोगों के लिए काम करना संविधान भी सिखाता है.मैं खुद बिहार जाकर प्रचार करने वाला हूं. बीजेपी बिहार से साफ हो जाएगी और देश की राजनीति को नया रास्ता देगा बिहार चुनाव.