logo-image

कमल के निशान पर बटन दबाने का मतलब बलात्कारियों से छुटकारा : पीएम मोदी

मऊ में पीएम मोदी घोसी से बीजेपी प्रत्याशी तथा सांसद हरि नारायण राजभर के पक्ष में बीजेपी विजय संकल्प रैली को संबोधित किया.

Updated on: 16 May 2019, 12:07 PM

नई दिल्ली:

लोकसभा चुनाव 2019 के आखिरी चरण में पूर्वी उत्तर प्रदेश में बीजेपी को और मजबूत करने पीएम मोदी ने गुरुवार को मऊ में अपनी चुनावी सभा को संबोधित किया. मऊ में पीएम मोदी घोसी से बीजेपी प्रत्याशी तथा सांसद हरि नारायण राजभर के पक्ष में बीजेपी विजय संकल्प रैली को संबोधित किया. यहां पर 19 मई को मतदान होना है. बीजेपी के हरि नारायण राजभर के मुकाबले यहां कांग्रेस के बालकृष्ण तथा गठबंधन से बसपा के अतुल राय प्रत्याशी हैं. यहां अपनी चुनावी सभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने यूपी में सपा-बसपा गठबंधन सहित पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर जमकर हमला बोला.

यह भी पढ़ें- राहुल गांधी का आज पटना में शत्रुघ्न सिन्हा के समर्थन में रोड शो

पीएम मोदी ने कहा कि ममता बनर्जी पाकिस्तान के पीएम को प्रधानमंत्री मानती है लेकिन भारत के पीएम को पीएम नहीं मानती. पीएम ने कहा, कमल के निशान पर बटन दवाने का मतलब है बलात्कारियों से छुटकारा.

पीएम मोदी पीएम ने बीजेपी के अध्यक्ष अमित शाह की रैली में हुई हिंसा पर दीदी पर हमला बोलते हुए कहा कि अमित शाह की रैली के दौरान टीएमसी के गुंडों ने ईश्वर चंद विघासागर की मूर्ति तोड़ दी, पीएम ने कहा, ऐसा करने वालों को कठोर से कठोर सज़ा दी जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि हम अपनी सरकार में उस मूर्ति की जगह पंच धातू की मूर्ति स्थापित करेंगे और टीएमसी के गुंड़ों को जवाब देंगे.

पीएम ने कहा कुछ महीने पहले जब पश्चिम मिदनापुर में मेरी सभा थी तो वहां टीएमसी के गुंडों द्वारा अराजकता फैलाई गयी थी. इसके बाद ठाकुरनगर में तो ये हालत कर दी गई थी कि मुझे अपना संबोधन बीच में छोड़कर मंच से हट जाना पड़ा था.

पाकिस्तान के पीएम को पीएम मानती हैं, मगर भारत के पीएम को नहीं
उन्होंने आगे कहा, 'सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक के बाद अपने सपूतों पर सवाल उठाने वाली दीदी को सबक सिखाना जरूरी है. दीदी ने तो इतना मानसिक संतुलन खो दिया है कि वह पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को तो प्रधानमंत्री मानने को तैयार हैं, मगर हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री को अपना प्रधानमंत्री मानने को तैयार नहीं हैं. क्या ऐसी दीदी को माफ करेंगे?' 

कटचटचकटचकक