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Delhi Exit Poll : बीजेपी का दिल्ली में क्लीन स्वीप!

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 2014 में वाराणसी से टक्कर देकर केंद्रीय राजनीति में ध्रुव तारे सरीखे उभरने वाले केजरीवाल वास्तव में अब पुच्छल तारे सी गति प्राप्त कर रहे हैं.

Updated on: 19 May 2019, 10:01 PM

highlights

  • बीजेपी को 45 फीसदी, कांग्रेस को 19 और आप को 26 फीसदी वोट मिले हैं.
  • इसके साथ बीजेपी ने 2014 लोकसभा चुनाव का प्रदर्शन बरकरार रखा.
  • ऐसा हुआ तो शीला दीक्षित से छिन सकता है प्रदेश अध्यक्ष पद

नई दिल्ली.:

दिल्ली खासकर आम आदमी पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल के लिए बहुत अच्छे संकेत नहीं हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 2014 में वाराणसी से टक्कर देकर केंद्रीय राजनीति में ध्रुव तारे सरीखे उभरने वाले केजरीवाल वास्तव में अब पुच्छल तारे सी गति प्राप्त कर रहे हैं. एक्जिट पोल बता रहे हैं कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी को सबसे ज्यादा नुकसान होने जा रहा है. यह तब है जब वोट शेयरिंग के लिहाज से आप को 27 फीसदी वोट मिले हैं.

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बीजेपी के सातों प्रत्याशी रहे हैं जीत
न्यूज नेशन के खास एक्जिट पोल बता रहे हैं कि दिल्ली की सातों सीटों पर बीजेपी ही जीत रही है. कांग्रेस और आप के तमाम दावों-प्रतिदावों के बीच बीजेपी ने 2014 का अपना प्रदर्शन बरकरार रखा है. हालांकि यह देखने वाली बात होगी कि बीजेपी प्रत्याशियों की जीत प्रतिशत क्या रहता है. हालांकि दिल्ली में आम आदमी पार्टी के अरविंद केजरीवाल ने इसके संकेत पहले ही दे दिए थे. उन्होंने कहा था कि ऐन मौके हमारा वोट मुसलमानों को चला गया अन्यथा सातों सीटों पर परिणाम कुछ और ही होता.

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कांग्रेस आप गठबंधन का संयुक्त वोट शेयर बीजेपी से ज्यादा
कांग्रेस भी शुरुआत से अंदरूनी संघर्ष से ग्रस्त ही नजर आई. आप का समर्थन लेने के लिए गुटों में बंट गए. कह सकते हैं कि दिल्ली का हुलिया संवारने वाली और तीन बार की मुख्यमंत्री रहीं शीला दीक्षित भी कुछ खास लहर पैदा नहीं कर सकीं. फिलहाल न्यूज नेशन के एक्जिट पोल में बीजेपी को 45 फीसदी, कांग्रेस को 19 और आप को 26 फीसदी वोट मिले हैं.

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नोटा भी दबा
दिल्ली में तीन फीसदी मतदाता ऐसे भी रहे जिन्होंने बीजेपी, कांग्रेस या आप प्रत्याशी को वोट देने के बजाय नोटा का बटन दबाना ही उचित समझा. अन्य को 6 फीसदी वोट मिले हैं.