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खून-खराबे वाले बयान पर उपेंद्र कुशवाहा और बंदूक लहराने पर रामचंद्र यादव बुरी तरह फंसे, पढ़ें पूरी खबर

रालोसपा (RLSP) के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) और बक्सर से निर्दलीय प्रत्याशी रामचंद्र यादव (Ramchandra Yadav) की मुश्किल बढ़ती नजर आ रही है.

Updated on: 22 May 2019, 09:39 PM

नई दिल्ली:

रालोसपा (RLSP) के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) और बक्सर से निर्दलीय प्रत्याशी रामचंद्र यादव (Ramchandra Yadav) की मुश्किल बढ़ती नजर आ रही है. एडीजी मुख्यालय (ADG(HQ) के कृष्णन ने मीडिया को बताया कि चुनाव आयोग (Election Commission) दोनों मामलों में संज्ञान लिया है.

एडीजी मुख्यालय के कृष्णन ने कहा, अभी भी एमसीसी अपनी जगह पर है. किसी भी घटना में उपेंद्र कुशवाहा के खिलाफ तब कार्रवाई होगी, जब वह सीधे किसी व्यक्ति को उकसाएंगे. बता दें कि पिछले दिनों उपेंद्र कुशवाहा ने विवादित बयान दिया था. उन्होंने एग्जिट पोल (Exit Poll) को खारिज करते हुए कहा था कि जानबूझकर महागठबंधन के समर्थकों को नीचा दिखाने के लिए एक्जिट पोल का सहारा लिया जा रहा है. लोगों में इतना आक्रोश है कि अगर कोई खून खराबा होता है तो जिम्मेदार नीतीश कुमार और केंद्र की सरकार होगी. हमने समर्थकों को और जनता को तैयार रहने को कहा है, क्योंकि मतगणना के दिन ये लोग कुछ भी कर सकते हैं.

आम चुनाव में बक्सर से निर्दलीय प्रत्याशी और भभुआ विधानसभा क्षेत्र से पूर्व विधायक रामचंद्र यादव (Ramchandra Yadav) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में हथियार लहराया है. हाथ में पिस्टल लेकर कहा कि लोकतंत्र बचाने के लिए हम तैयार हैं. बस, महागठबंधन के नेता आदेश दें. हमें पार्टी नेताओं के आदेश का इंतजार है. इस मामले में एडीजी मुख्यालय के कृष्णन ने कहा, उनके पास बंदूक का लाइसेंस है या नहीं इसकी जांच के आदेश दिए गए हैं. अगर कानून तोड़ा है तो वह आर्म्स एक्ट का उल्लंघन है. हथियार जब्त कर लिया जाएगा और लाइसेंस रद्द कर दिया जाएगा. यदि उसने संबंधित कानूनों का उल्लंघन किया है और वह गैर-जमानती अपराध है तो उसे गिरफ्तार किया जाएगा.