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पीएम नरेंद्र मोदी ने पश्‍चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी पर किया करारा प्रहार, जानें 7 बड़ी बातें

जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि ममता दीदी फानी तूफान पर भी राजनीति कर रही हैं. दीदी से बात करने को मैंने दो-दो बार प्रयास किए पर उन्‍हें समय नहीं मिला कि वे बात कर सकें.

Updated on: 06 May 2019, 01:57 PM

नई दिल्‍ली:

पश्‍चिम बंगाल के हल्‍दिया में रैली करने गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वहां के मुख्‍यमंत्री ममता बनर्जी पर करारा हमला बोला. जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि ममता दीदी फानी तूफान पर भी राजनीति कर रही हैं. दीदी से बात करने को मैंने दो-दो बार प्रयास किए पर उन्‍हें समय नहीं मिला कि वे बात कर सकें. इसके अलावा उन्‍होंने जय श्री राम बोलने वालों पर जुल्‍म ढाने जैसे मुद्दों पर भी ममता बनर्जी की कड़ी निंदा की. जानें पीएम मोदी की रैली की बड़ी बातें

  1. फानी तूफान को लेकर भी ममता दीदी राजनीति कर रही हैं. मैंने बात करने की कोशिश की पर उन्‍होंने बात तक नहीं की.
  2. ममता दीदी को जय श्री राम का उद्घोष भी बर्दाश्‍त नहीं हो रहा है. नारे लगाने वालों पर जुल्‍म ढा रही हैं पश्‍चिम बंगाल की मुख्‍यमंत्री. स्पीड ब्रेकर दीदी ने इस चक्रवात में भी राजनीति करने की भरपूर कोशिश की है.
  3. मैं इंतजार करता रहा कि शायद दीदी वापस फोन करेंगी, लेकिन उन्होंने फोन नहीं किया. मैं पश्चिम बंगाल के लोगों की चिंता में था इसलिए मैंने दोबारा फोन किया, लेकिन दीदी ने दूसरी बार भी बात नहीं की.
  4. पश्चिम बंगाल के लोगों को फिर भरोसा देता हूं कि केंद्र सरकार पूरी शक्ति से पश्चिम बंगाल की जनता के साथ खड़ी है और राहत के काम में राज्य सरकार का हर तरह से सहयोग कर रही है.
  5. पश्‍चिम बंगाल में पहले नामपंथी आए, फिर वामपंथी आए और उसके बाद दमनपंथी आए. दूसरी ओर हम विकासपंथी हैं और विकास की धारा लेकर आ रहे हैं.
  6. पश्चिम बंगाल का बच्चा-बच्चा ट्रिपल T टैक्स से परिचित है. ये ट्रिपल T टैक्स है - तृणमूल तोलाबाजी टैक्स है. कॉलेज में एडमिशन हो, टीचर की भर्ती हो या ट्रांसफर हो, लोग बताते हैं कि सब जगह तृणमूल टोलाबाजी टैक्‍स लगाता है.
  7. जगाई-मथाई, सिंडिकेट और ट्रिपल T, इस कल्चर को चुनौती देने वाला आज तक कोई नहीं था. इसलिए बंगाल की परंपरा और महान संस्कृति से खिलवाड़ करने की छूट इनको मिल गई, लेकिन अब ऐसा नहीं है. बीजेपी सामान्य जन की, गरीब की, किसान की, कामगार की, बेटियों की और युवाओं की आवाज बनकर खड़ी है.