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पीएम नरेंद्र मोदी नकली OBC, मुलायम सिंह यादव जन्‍मजात पिछड़ा वर्ग से : मायावती

कई सालों बाद पहला मौका होगा जब मायावती और मुलायम सिंह एक साथ मंच साझा कर रहे हैं.

Updated on: 19 Apr 2019, 02:59 PM

नई दिल्‍ली:

उत्तर प्रदेश के मैनपुरी में सपा-बसपा-रालोद महागठंधन की संयुक्‍त रैली मुलायम सिंह यादव, मायावती और अखिलेश यादव ने संबोधित किया. रैली में रालोद नेता अजित सिंह नहीं थे. वर्षों बाद यह पहला मौका था, जब मायावती और मुलायम सिंह एक साथ मंच साझा कर रहे थे. रैली की शुरुआत करते हुए मुलायम सिंह यादव ने कहा, गठबंधन में हम मायावती का स्‍वागत करते हैं. मायावती ने हमारा साथ दिया है. उनके साथ आने से मुझे खुशी है. उनका मैं अभिनंदन करता हूं. मुलायम सिंह यादव ने कहा, मैं आखिरी बार चुनाव लड़ रहा हूं. कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्‍होंने कहा, मायावती जी का आपलोग हमेशा सम्‍मान करते रहना.

मुलायम सिंह के संक्षिप्‍त संबोधन के बाद माइक बसपा प्रमुख मायावती ने संभाली. मायावती ने कहा- आपलोगों का जबर्दस्‍त जोश देखकर लग रहा है कि आपलोग मुलायम सिंह यादव जी को रिकॉर्ड तोड़ वोट से जिताएंगे. मायावती ने गेस्‍ट हाउस कांड का भी जिक्र किया. मायावती ने कहा, राष्‍ट्र हित में हमें कभी-कभी कठिन फेसले लेने पड़ते हैं, इसलिए हमने सपा से गठबंधन करके चुनाव लड़ने का फैसला लिया. 

मायावती ने कहा, मुलायम सिंह यादव ने सपा के बैनर तले मुस्‍लिम समाज के लोगों को काफी तरजीह दी है. इसके अलावा अन्‍य पिछडे़ वर्ग के लोगों को भी मान-सम्‍मान दिया. इसके साथ ही ये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरह नकली व फर्जी पिछड़े वर्ग से नहीं हैं. मुलायम सिंह यादव जन्‍मजात पिछड़े जन्‍म से है, जबकि नरेंद्र मोदी के बारे में यह बात सब जानते हैं कि गुजरात में उन्‍होंने अपनी जाति को पिछड़े वर्ग का घोषित कर दिया था. वे पिछडे़ वर्ग का हक मारते हैं. इसी की आड़ में वे देश के प्रधानमंत्री भी बन गए. 

मायावती बोलीं- नकली पिछड़े वर्ग के सत्‍ता में आने का ही परिणाम है कि वंचित लोगों को उनका हक नहीं मिल पा रहा है. पीएम नरेंद्र मोदी ने पिछले लोकसभा चुनावों में किसानों, नौजवानों, बेरोजगारों, दलितों, अल्‍पसंख्‍यकों को भी अच्‍छे दिन दिखाने के चुनावी वादे किए थे, लेकिन उन्हों‍ने एक भी वादा पूरा नहीं किया है. पीएम नरेंद्र मोदी ने लोगों को गुमराह करने का पूरा प्रयास किया है. चुनाव में विरोधी पार्टियां किस्‍म-किस्‍म के वादे करती हैं, उनके झांसे में नहीं आना है. कांग्रेस की 'न्‍याय' योजना की आलोचना करते हुए मायावी ने कहा कि राहुल गांधी ने गरीबों को झूठा ख्‍वाब दिखाया है.

गठबंधन को सराब की संज्ञा देने पर मायावती ने कहा- हमारी रैली में जो लोग आए हैं, वो शराब के नशे में नहीं, बल्‍कि पीएम मोदी की नीतियों से नाराज होकर आए हैं. मायावती ने कहा, धार्मिक आधार पर लोग भड़काने की कोशिश करेंगे पर आपलोगों को भटकना नहीं है. 

रैली को संबोधित करते हुए अखिलेश यादव ने कहा- नेताजी ने बसपा प्रमुख मायावती जी का सम्‍मान करने की बात कही है, यह एक ऐतिहासिक क्षण है. देश बहुत नाजुक क्षण से गुजर रहा है. इस देश की खेती देश की आत्‍मा है, किसान दुखी हैं, फसल की पैदावार का मूल्‍य नहीं मिल रहा है, जो यूरिया मिल रही है उसमें भी बीजेपी के लोगों ने चोरी करने का काम किया है. नौजवानों की नौकरी चली गई, इसलिए यह चुनाव देश के भविष्‍य से जुड़ा है. आने वाले समय में कौन सी सरकार बने, उसका फैसला होने जा रहा है. बीजेपी के लोग कहते हैं कि हमें नया भारत बनाना है, हम कहते हैं कि नया प्रधानमंत्री बनाना है. 

अखिलेश यादव ने कहा, नोटबंदी और जीएसटी ने देश को गर्त में डाल दिया. आपको याद होगा कि उत्‍तर प्रदेश में यदि कभी विकास हुआ है तो सपा और बसपा के शासनकाल में हुआ है. सपा और बसपा ने दिल्‍ली का रास्‍ता आसान किया है. उन्‍होंने मुलायम सिंह यादव को रिकॉर्ड वोटों से जिताने की अपील की. नरेंद्र मोदी हमारे बीच चायवाला बनकर आए थे और अब चौकीदार बनकर आए हैं.

अखिलेश यादव ने कहा, पीएम मोदी की चौकीदारी छीननी है, तभी देश खुशहाली के रास्‍ते पर जाएगा. अब परिवर्तन को कोई रोक नहीं सकता.