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मालेगांव बम धमाके में FIR बदलकर साध्‍वी प्रज्ञा को फंसाया गया, सुब्रमण्‍यम स्‍वामी के बेबाक बोल

स्वामी ने कहा- नेताओं के चुनाव लड़ने पर 75 साल की आयु सीमा लगाना बेवकूफी है.

Updated on: 19 Apr 2019, 11:40 AM

नई दिल्‍ली:

बेबाक बयानबाजी और गांधी परिवार पर हमलावर रुख अपनाने को लेकर चर्चा में रहने वाले बीजेपी के वरिष्‍ठ नेता सुब्रमण्‍यम स्‍वामी ने एक बार फिर सोनिया गांधी पर निशाना साधा है. साथ ही भोपाल से बीजेपी प्रत्‍याशी साध्‍वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर का उन्‍होंने बचाव भी किया. स्‍वामी ने न्‍यूज नेशन ( News Nation) से बातचीत करते हुए कहा- "मालेगांव बम विस्फोट में पहले कुछ मुसलमानों पर आरोप लगाए गए थे."

स्‍वामी बोले- "पहली एफआईआर में उन्‍हीं का नाम दर्ज था. बाद में एफआईआर को बदलकर साध्‍वी प्रज्ञा को फंसाया गया. अब जब कोर्ट से उन्‍हें राहत मिल गई है तो विपक्षी दल बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं." उन्‍होंने कहा- "यह कहीं नहीं लिखा कि अगर आप आरोपी हों या आपका स्वास्थ्य ठीक नहीं है तो आप चुनाव नहीं लड़ सकते. इस लिहाज से तो सोनिया गांधी, राहुल गांधी, पी. चिदंबरम सभी जमानत पर बाहर हैं तो वे क्‍यों चुनाव लड़ रहे हैं.

बड़ी बेवकूफी है 75 साल की आयु सीमा
भले ही मुरली मनोहर जोशी, लालकृष्ण आडवाणी, सुमित्रा महाजन, खंडूरी, कोश्यारी समेत बड़े नेता 75 साल की आयु सीमा का मान रख रहे हों ,लेकिन स्वामी ने इस पर सीधा सीधा सवाल उठाते हुए कहा- "नेताओं के चुनाव लड़ने पर 75 साल की आयु सीमा लगाना बेवकूफी है. इससे लगता है कि कुछ लोग अपना रास्ता साफ करने की नीयत से काम कर रहे हैं. यह पार्टी का फैसला नहीं है और ना ही पार्टी की किसी अधिकृत बैठक में इस पर विचार किया गया था. यह एक बड़ी बेवकूफी है.

मैनपुरी की रैली से गठबंधन को पहुंचेगा फायदा
स्‍वामी ने कहा, "सपा-बसपा गठबंधन बना है और आज मुलायम-मायावती एक मंच पर आ रहे हैं, जिससे दोनों ही दलों को बड़ा फायदा होगा." उत्‍तर प्रदेश में बीजेपी के लिए महागठबंधन बड़ी चुनौती है और इस रैली का फायदा समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी दोनों को मिलेगा."

2G घोटाले का पैसा खपाने में हुआ जेट का इस्तेमाल
सुब्रमण्‍यम स्‍वामी बोले- "यह ठीक है कि लोगों का रोजगार बचाने के लिए जेट एयरवेज का राष्ट्रीयकरण होना चाहिए, लेकिन आज जेट एयरवेज की जो हालत है ,उसके पीछे सिर्फ कांग्रेस और सोनिया गांधी जिम्‍मेदार हैं. 2जी घोटाले के बाद यह मामला सार्वजनिक हुआ और स्पेक्ट्रम पर रोक लग गई. इसके बाद ही सोनिया गांधी के हस्तक्षेप से यूएई के राजा को फायदा पहुंचाने के लिए उनकी कंपनी के साथ जेट एयरवेज का करार हुआ, जिससे एयर इंडिया को बड़ा नुकसान पहुंचा."