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लोकसभा चुनाव 2019 में सबसे बड़ा हिंदू कौन, नेताओं में लगी थी होड़, टॉप पर हैं प्रियंका गांधी

चुनावों में अक्‍सर मुस्‍लिमों को खुश करने के लिए नेता मजारों के चक्‍कर लगाते रहते थे लेकिन इस बार नजारा दूसरा था. नेताओं में खुद को सबसे बड़ा हिंदू साबित करने के लिए होड़ सी मच गई.

Updated on: 18 May 2019, 09:43 PM

नई दिल्‍ली:

चुनावों में अक्‍सर मुस्‍लिमों को खुश करने के लिए नेता मजारों के चक्‍कर लगाते रहते थे लेकिन इस बार नजारा दूसरा था. नेताओं में खुद को सबसे बड़ा हिंदू साबित करने के लिए होड़ सी मच गई. पीएम नरेंद्र मोदी से लेकर बीजेपी अध्‍यक्ष अमित शाह तक मंदिरों की चौखटों पर अपनी हाजिरी लगाई. लेकिन मत्‍था टेकने में सबसे आगे रहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा. इनके अलावा योगी आदित्‍यनाथ और राहुल गांधी भी भगवान की शरण में नजर आए. वैसे नेताओं की प्रार्थना कितनी सुनी गई इसका पता 23 मई को चलेगा. चुनाव के नतीजे 23 मई (lok Sabha Elections 2019 Results 23 May) को आ रहे हैं और इससे पहले 19 मई को ही एक एग्‍जिट पोल्‍स (lok Sabha Elections 2019 Exit Polls) भी आ जाएंगे.

15 मई 2019 को वाराणसी स्थित विश्वनाथ मंदिर में प्रियंका गांधी ने पूजा अर्चना की. इसी दिन उन्‍होंने काल भैरव मंदिर में भी मत्‍था टेका. इससे दो दिन पहले 13 मई को उज्जैन स्थित महाकालेश्वर मंदिर में प्रियंका ने महाकाल की पूजा की. वहीं 1 मई को अमेठी में भाई राहुल गांधी की जीत के लिए लोक देवता बाबा परवन तिवारी की पूजा अर्चना की. मंदिर के पुजारी ने विधि विधान से पूजा अर्चना कराई और तिलक कर जीत का आशीर्वाद दिया.

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19 मार्च को प्रियंका गांधी ने धर्मनगरी चित्रकूट स्थित भगवान कामतानाथ के दर्शन एवं पूजन किया. तत्पश्चात वे जिला मुख्यालय चित्रकूट के खोह में आयोजित चुनावी जनसभा को संबोधित करने पहुंची. इसी दिन प्रियंका गांधी ने भदोही में सीता समाहित मंदिर में पूजा अर्चना की .इसके अलावा कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने गंगा यात्रा के दूसरे दिन की शुरुआत सीतामढ़ी से की. प्रियंका ने सुबह कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की. फिर सीता समाहित मंदिर में विधिवत पूजा अर्चना की.

19 मार्च 2019 को विंध्यवासिनी देवी के मंदिर में क्यों लाल साड़ी पहनकर गईं प्रियंका गांधी

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा उत्तर प्रदेश के 3 दिवसीय दौरे पर मिर्जापुर में थीं और अपनी इस यात्रा के दौरान कई कार्यक्रमों के इतर उन्होंने विंध्याचल मंदिर का दर्शन भी किया और मंदिर की विजिटर बुक में 'जय माता दी' लिखा. उनके मंदिर में दर्शन के दौरान एक चीज पर सभी की नजर रही कि उन्होंने दर्शन के दौरान आखिर लाल साड़ी ही क्यों पहन रखी थी. मंदिर में प्रियंका गांधी वाड्रा ने पहले मां विंध्यवासिनी के दर्शन कर पूजन भी किया और फिर उनकी आरती की.विंध्याचल मंदिर में जब प्रियंका गांधी पहुंचीं तो वहां उनके सामने ही कुछ लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समर्थन में नारे लगाने लगे और उत्साहित लोग हर-हर मोदी, घर-घर मोदी के नारे लगाने लगे.

ख्वाजा जनाब इस्माइल चिश्ती की दरगाह पर चादर

मंदिर जाने से पहले प्रियंका गांधी ने ख्वाजा जनाब इस्माइल चिश्ती की दरगाह पर जियारत की.चिश्ती की मजार पर उन्होंने भी मत्था टेका और चादर चढ़ाई.इस मजार पर गांधी परिवार के सभी सदस्य आ चुके हैं. इंदिरा गांधी, सोनिया गांधी और राहुल गांधी के बाद अब प्रियंका गांधी यहां आईं.

पीएम मोदी का मंदिर दर्शन

18 मई 2019 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केदारनाथ मंदिर में पीएम मोदी ने पूजा अर्चना की. केदारनाथ धाम में पूजा के बाद पीएम मोदी करीब दो किलोमीटर पैदल चलकर एक गुफा तक गए. सूत्रों का कहना है कि पीएम मोदी इसी गुफा में रविवार सुबह तक ध्यान-साधना करेंगे.

8 मार्च 2019 को  प्रधानमंत्री अपने करीब 3 घंटे के एक दिवसीय दौरे की शुरुआत बाबा भोलेनाथ की पूजा-अर्चना के साथ की. विधि-विधान से पूजा-अर्चना के बाद उन्होंने मंदिर परिसर के पास भूमिपूजन किया तथा फावड़े के सहारे 5 खास ईंटों की नींव रखकर श्री काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडेार निर्माण का शिलान्यास किया.


26 अप्रैल 2019 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नमांकन के दौरान काल भैरव मंदिर में पूजा की. उनके साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडेय भी थे. मोदी ने अपने हाथ पर रक्षा सूत्र भी बंधवाया.

अमित शाह भी नहीं रहे पीछे

18 मई 2019 को बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह बाबा भोलेनाथ का आशीर्वाद लेने गुजरात स्थित सोमनाथ मंदिर पहुंचे. अमित शाह ने मंदिर में पूजा अर्चना की और सोमनाथ बाबा का आशीर्वाद लिया, अमित शाह यहां अपने परिवार के साथ पहुंचे थे. 12 अप्रैल 2019 को भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह ने वाराणसी में श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में जाकर उनका दर्शन-पूजन किया. उनके साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी थे. वहीं 23 अप्रैल 2019 कोभाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कामेश्वर मंदिर में पूजा अर्चना की.

योगी आदित्यनाथ का मंदिर दर्शन

16 अप्रैल 2019 को सीएम योगी ने लखनऊ में हनुमान सेतु मंदिर जाकर पूजा-अर्चना की. मंदिर में करीब 15 मिनट तक वह रहे. सुबह करीब नौ बजे हनुमान मंदिर पहुंचे थे. यहां उन्होंने हनुमान चालीसा का पाठ भी किया. इसके बाद चुनाव आयोग ने आदर्श आचार संहिता उल्लंघन के मामले में सख्त कार्रवाई करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के चुनाव प्रचार करने पर 72 घंटों का प्रतिबंध लगा दिया. प्रतिबंध हटने के बाद सीएम योगी ने बजरंगबली का आशीर्वाद लेकर कई जनसभाओं को संबोधित किया. 24 मार्च 2019 को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चुनाव प्रचार की शुरुआत सहारनपुर स्थित शाकुंभरी देवी मंदिर से की. उन्होंने पहले शाकुंभरी देवी के मंदिर में दर्शन किए और इसके बाद चुनावी सभा शुरू की.

राहुल गांधी का मंदिर दर्शन

13 अप्रैल 2019 को राहुल गांधी देर रातअमृतसर पहुंचे थे. उन्होंने सबसे पहले श्री अकाल तख्त गोल्डन टैम्पल (स्वर्ण मंदिर) में माथा टेका. वहीं 17 अप्रैल 2019 को वायनाड के थिरुनेली मंदिर में धोती-कुर्ता पहने राहुल गांधी ने करीब आधा घंटे तक मंदिर में पूजा किया. राहुल ने पुजारी के निर्देशों के अनुसार अपनी दादी, पिता, पूर्वजों और पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए जवानों की आत्मा की शांति के लिए पूजा की. इसके बाद वह पार्टी कार्यकर्ताओं से मुलाकात करने पहुंचे.

23 अप्रैल 2019- बेणेश्वर धाम मंदिर पहुंचे राहुल गांधी

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी जनसभा को संबोधित करने बेणेश्वर धाम पहुंचे. जनसभा में जाने से पहले वे बेणेश्वर मंदिर दर्शन करने भी पहुंचे. इस दौरान उन्होंने राधा कृष्ण मंदिर, शिवालय के सा मुख्य मंदिर के भी दर्शन किए. इस दौरान उनके साथ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट बांसवाड़ा-डूंगरपुर से कांग्रेस प्रत्याशी भागोरा सहित पार्टी के कई नेता मौजूद रहे.

4 मई 2019- कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुग्राम के प्राचीन शीतला माता मंदिर में पूजा-अर्चना की. शीतला मंदिर पहुंचे राहुल गांधी ने मंदिर में पूजा के साथ ही हाथ में कलावा बंधवाया.

3 मई 2019- साध्वी प्रज्ञा ठाकुर

साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने ताबड़तोड़ 6 मंदिरों में जाकर भगवान के दर्शन किये और आशीर्वाद लिया. मंदिर दर्शन के दौरान साध्वी ने जमकर ढोलक बजाया और भक्तों संग झाल-मंजीरे और ढोलक की थाप पर भजन भी गाये. मंदिर दर्शन का यह सिलसिला जैन मंदिर से शुरू हुआ था जो दोपहर तक जारी रहा.