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लोकसभा चुनाव 2019: दिल्ली में एकजुट हुए विपक्षी दल, शरद पवार लड़ सकते हैं चुनाव, ममता ने कहा- चुनाव पूर्व होगा गठबंधन

बैठक के बाद अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मोदी जी ने पिछले 5 सालों में भाईचारे को नुकसान पहुंचाया है, ऐसे में मोदी और अमित शाह को हटाने के लिए सभी को साथ आना होगा.

Updated on: 13 Feb 2019, 11:25 PM

नई दिल्ली:

लोकसभा चुनाव से पहले केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ विपक्ष एकजुट होने की हरसंभव कोशिश में लगा हुआ है. दिल्ली में बुधवार को आम आदमी पार्टी (आप) द्वारा 'तानाशाही हटाओ-लोकतंत्र बचाओ' रैली में विपक्षी दलों के इकट्ठा होने के बाद शरद पवार के आवास पर सभी नेता जुटे. दिल्ली स्थित राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) प्रमुख पवार के आवास पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, पश्चिम बंगाम की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू, नेशनल कांफ्रेंस प्रमुख फारूक अब्दुल्ला, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आम चुनाव की रणनीतियों पर चर्चा की.

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बैठक के बाद पत्रकारों को कहा, 'हमारे बीच काफी संरचनात्मक बातचीत हुई. हम बीजेपी, आरएसएस और नरेंद्र मोदी द्वारा संस्थानों पर किए जा रहे हमले के खिलाफ लड़ाई लड़ने के अपने प्राथमिक लक्ष्य पर सहमत हुए.'

उन्होंने कहा, 'हम कॉमन मिनिमम प्रोग्राम के बारे में बातचीत शुरू करने पर समहत हुए और हम इस बात को लेकर प्रतिबद्ध हैं कि हम एकसाथ मिलकर बीजेपी को हराने जा रहे हैं.'

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, 'हम राष्ट्रीय स्तर पर एकसाथ काम करेंगे. हमारा एक कॉमन मिनिमम एजेंडा होगा. हमारा चुनाव पूर्व गठबंधन होगा.'

बैठक के बाद अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मोदी जी ने पिछले 5 सालों में भाईचारे को नुकसान पहुंचाया है, ऐसे में मोदी और अमित शाह को हटाने के लिए सभी को साथ आना होगा.

एनसीपी और कांग्रेस में तय हुआ सीटों का बंटवारा

शरद पवार ने दिल्ली में राहुल गांधी से मुलाकात के बाद कहा कि एनसीपी और कांग्रेस ने महाराष्ट्र में सीट शेयरिंग समझौता तय कर लिया है. उन्होंने कहा कि सीट शेयरिंग की जानकारी मुंबई में दी जाएगी.

2014 लोकसभा चुनाव में दोनों पार्टियों ने गठबंधन में चुनाव लड़ा था, जिसमें कांग्रेस ने 26 सीटों में 2 पर जीत हासिल की थी वहीं एनसीपी ने 21 सीटों में 4 पर जीत हासिल की थी. हालांकि बाद में दोनों दलों ने विधानसभा चुनाव में अलग-अलग चुनाव लड़ा था.

ममता बनर्जी और केजरीवाल के साथ दिखे राहुल

बता दें कि कांग्रेस ममता बनर्जी और अरविंद केजरीवाल के साथ पहली बार विपक्ष की मीटिंग में साथ आई है. आम आदमी पार्टी दिल्ली में अकेले चुनाव लड़ने का फैसला कर चुकी है. लेकिन दिल्ली में रैली के दौरान ममता ने भी कहा कि हमारे साथ कांग्रेस, सीपीएम (मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी) का जो भी फाइट रहेगा, राज्य में रहेगा, राष्ट्रीय स्तर पर हम एक साथ लड़ेंगे.

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तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने कहा कि जो जिधर मजबूत है वो उधर लड़ाई करे, बंगाल में हम मजबूत हैं तो हम बीजेपी के खिलाफ लड़ाई लड़ेंगे. आंध्र प्रदेश में चंद्रबाबू नायडू मजबूत हैं तो वे उसके खिलाफ लड़ाई करेंगे. अगर दिल्ली में आम आदमी पार्टी मजबूत है तो वे लड़ाई लड़ेंगे, उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी लड़ाई लड़ेगी.

शरद पवार लड़ सकते हैं चुनाव

बैठकों के इतर यह बात सामने आई है कि एनसीपी प्रमुख शरद पवार की चुनावी राजनीति में वापसी हो सकती है और वह दक्षिण पश्चिमी महाराष्ट्र के माढा सीट से आगामी लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं. पवार फिलहाल राज्यसभा सदस्य हैं.

सूत्रों ने दावा किया कि यह महसूस किया गया कि चुनावों के बाद प्रधानमंत्री पद के लिए विपक्ष के उम्मीदवार के रूप में उभरने की संभावना के लिए पवार को लोकसभा सदस्य होना चाहिए.

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एनसीपी के फिलहाल पांच लोकसभा सदस्य हैं. सोलापुर जिले की माढा सीट का फिलहाल पार्टी नेता विजय सिंह मोहिते पाटिल प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. सूत्र ने कहा कि मोहिते पाटिल को राज्यसभा भेजा जा सकता है। पवार ने 2009 में माढा से चुनाव जीता था। इसके बाद उन्होंने घोषणा की थी कि वह अब चुनाव नहीं लड़ेंगे।