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महागठबंधन का साथ नहीं मिलने के बाद बेगूसराय से कन्हैया कुमार बने CPI के उम्मीदवार, अब होगा त्रिकोणीय मुकाबला

बेगूसराय से एनडीए की तरफ से बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह को मैदान में उतारा है, वहीं महागठबंधन ने लेफ्ट पार्टी को दरकिनार करते हुए आरजेडी से तनवीर हसन को खड़ा किया है.

Updated on: 24 Mar 2019, 09:52 AM

बेगूसराय:

बिहार में महागठबंधन की सीटों की घोषणा होने के बाद शनिवार को भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार को बेगूसराय संसदीय क्षेत्र से चुनाव में उतारने की पुष्टि कर दी. सीपीआई के प्रदेश सचिव सत्यनारायण सिंह ने कहा कि कन्हैया कुमार को उतारने पर अंतिम निर्णय ले लिया गया है.

उन्होंने कहा, 'रविवार को पार्टी कार्यकारिणी की बैठक बुलाई गई है जिसमें राज्य में उम्मीवारों के सीटों की संख्या पर निर्णय लिया जाएगा. लेकिन कन्हैया पर अंतिम फैसला ले लिया गया है.'

बता दें कि बेगूसराय से एनडीए की तरफ से बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह को मैदान में उतारा है, वहीं महागठबंधन ने लेफ्ट पार्टी को दरकिनार करते हुए राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) से तनवीर हसन को खड़ा किया है. अब इस सीट पर मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है.

उन्होंने कहा, 'महागठबंधन का स्वरूप तय होने के बाद अब यह साफ है कि हमें बिहार में अपने बलबूते चुनाव लड़ना है. बेशक हम चुनाव लड़ेंगे और इस बारे में स्पष्ट रणनीति के लिए रविवार को बैठक बुलाई गई है, जिसमें मधुबनी, मोतिहारी, बांका, खगड़िया जैसी सीटों पर चुनाव लड़ने को लेकर अंतिम निर्णय लिया जाएगा.'

वामपंथियों का गढ़ माने जाने वाले बेगूसराय में पिछली बार बीजेपी के वरिष्ठ नेता भोला सिंह ने चुनाव में जीत हासिल की थी. पिछले साल अक्टूबर में उनका निधन हो गया था. 2014 लोकसभा चुनाव में आरजेडी उम्मीदवार तनवीर हसन दूसरे तथा सीपीआई उम्मीदवार राजेंद्र प्रसाद सिंह, जेडीयू के समर्थन से तीसरे स्थान पर रहे थे.

कन्हैया कुमार बेगूसराय जिला के बरौनी प्रखंड अंतर्गत बीहट पंचायत के निवासी हैं, उनकी मां एक आंगनवाड़ी सेविका है. वहीं उनके पिता की मौत बीमारी के कारण नवंबर 2016 में हो गई थी.

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कन्हैया को पिछले साल कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया की 23वीं पार्टी कांग्रेस में 125 सदस्यीय राष्ट्रीय परिषद में जगह दी गई थी. इससे पहले वे सीपीआई की छात्र इकाई ऑल इंडिया स्टूडेंट फेडरेशन (AISF) की तरफ से जेएनयू में छात्र संघ अध्यक्ष चुने गए थे.

बिहार में कुल 40 लोकसभा सीटों के लिए 7 चरणों में 11 अप्रैल, 18 अप्रैल, 23 अप्रैल, 29 अप्रैल, 6 मई, 12 मई और 19 मई को मतदान होगा. वोटों की गिनती 23 मई को होगी.