Expert Exit Poll: NDA को 250 और UPA को 150 सीटें मिलने के आसार: चित्रात सान्याल
एग्जिट पोल, वीआईपी सीटों का एग्जिट पोल के बाद अब हम आपको राजनीतिक विशेषज्ञों द्वारा किए गए विश्लेषण पर आधारित पोल दिखाने जा रहे हैं.
नई दिल्ली:
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विशेषज्ञों का कहना है कि अगर कांग्रेस इतिहास में देख लेती तो वह चौकीदार चोर है का जुमला नहीं उठाता, क्योंकि ये जुमला सबसे पहले बीजेपी ने ही उठाया था.
विशेषज्ञों का कहना है कि अगर मनरेगा कांग्रेस को सत्ता में वापस लाई थी तो डायरेक्ट मनी ट्रांसफर का फायदा बीजेपी को मिल रहा है. कांग्रेस इतनी पुरानी पार्टी थी कि उसका विजन स्पष्ट होने चाहिए था. कांग्रेस ने चौकीदार चोर है को लोगों तक नहीं पहुंचा पाया.
विशेषज्ञों (रामचंद्नन) का कहना है कि इस बार कांग्रेस की सरकार नहीं बनने वाली है. कांग्रेस में लीडरशिप नहीं है. विशेषज्ञों का कहना है कि मोदी की सारी स्कीम कांग्रेस की देन है. कांग्रेस 70 साल में न्याय नहीं कर सकी तो अब ये न्याय क्या है.
विशेषज्ञों (रेणू) का कहना है कि जो डिनर दी गई है उसमें नरेंद्र मोदी काफी परेशान दिख रहे हैं. ये कैबिनेट जा रहा है और नया कैबिनेट आएगा. नागपुर में भैया जी और नितिन गड़करी मिलते हैं.
विशेषज्ञों का कहना है कि भावनातम मुद्दे के सामने जरूरी मुद्दे छूट गए हैं. 2014 जैसी लहर इस बार नहीं नजर आ रही है. प्रियंका गांधी के बारे में हमने नहीं सोचा है. प्रियंका गांधी के आने से कार्यकर्ताओं में जोश आया है. अगर प्रियंका चुनाव लड़ती तो इसका कुछ असर पड़ता.
विशेषज्ञों का कहना है कि यूपी में 80 सीटें हैं. बीजेपी ने यहां कितने मुस्लिम लोगों को टिकट दिया है. राजस्थान और बंगाल में ध्रुवीकरण भी हुआ है. बीजेपी ने हर जगह राष्ट्रवाद और ध्रुवीकरण एक साथ किया है.
विशेषज्ञों का कहना है कि साउथ में ध्रुवीकरण ज्यादा काम नहीं करेगा. ओडिशा में बीजेपी को कुछ सीटें मिल सकती हैं. नवीन पटनायक के गढ़ में बीजेपी ज्यादा सीटें नहीं मिलेंगी, लेकिन कुछ फायदा जरूर मिलेगा.
विशेषज्ञों का कहना है कि किसान और जाति भी इस चुनाव का मुद्दा रहा है. सपा-बसपा के एक होने से भी बीजेपी को नुकसान पहुंचा है. राष्ट्रवाद मुद्दा साउथ में भी है. दक्षिण में 130 सीटें हैं. पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा था कि नुकसान की भरपाई दक्षिण से हो सकती है. ज्यादा सीटें केरल में मिल सकती हैं.
वरिष्ठ पत्रकार चित्रात सान्याल ने कहा, बालाकोट से पहले एनडीए 150 सीट पर सिमट रही थी. इसके बाद करीब 100 सीटों की बढ़ोत्तरी हुई है. उन्होंने राष्ट्रवाद और ध्रवीकरण को 50-50 प्रतिशत वोट दिए हैं.
वरिष्ठ पत्रकार चित्रात सान्याल ने कहा,एनडीए को 250, यूपीए को 150 और अन्य को 142 सीटें मिलने की उम्मीद है. बंगाल के लिए बीजेपी एक नई पार्टी है. ममता की सरकार के खिलाफ 2011 के बाद वोटर लामबंद होते दिख रहे हैं. बालाकोट से पहले बीजेपी की हालात खराब थी.
वरिष्ठ पत्रकार एनके सिंह ने राष्ट्रवाद को 20 प्रतिशत, ध्रवीकरण को 40 प्रतिशत वोट दिया है. उन्होंने कहा, खेत में काम करने वाले किसानों को राष्ट्रवाद से ज्यादा मतलब नहीं है. उन्होंने कहा, बालाकोट में हमला कराने का फैसला पीएम नरेंद्र मोदी था. ऐसा कांग्रेस के समय नहीं हुआ था.
विशेषज्ञों ने कहा, हर गांव में बीजेपी की स्कीम पहुंची है, इसलिए मोदी सीना ठोककर कहते हैं कि ये वोट मेरा है.
विशेषज्ञों ने कहा, कांग्रेस कभी अपने कामों का ढिंढोरा नहीं पिटती है. अगर हम पिछले 10 से 15 साल की बात करे तो छोटे-छोटे गावों और कब्जों के मुद्दे हासिये में चले गए हैं. बीजेपी काम नहीं करती है, वह सिर्फ काम की जिक्र करती है, जिक्र के साथ इसका फिक्र भी कर.
एनके सिंह ने कहा, हमने एग्जिट पोल से पहले एनडीए को 225 सीटें देने वाला था, लेकिन अब ये फिगर बदल गया. कांग्रेस की 72 हजार स्कीम बहुत अच्छी थी, लेकिन इसे लोगों तक ठीक से पहुंचाया नहीं गया. वहीं, बीजेपी ने 2 हजार रुपये देकर लोगों को अपनी ओर कर लिया.
वरिष्ठ पत्रकार एनके सिंह ने कहा, एनडीए को 305, यूपीए को 125 और अन्य को 112 सीटें मिलने की उम्मीद है. 2014 में साफ दिखाई दे रहा था कि अन्ना हजारे की अनशन के बाद पीएम नरेंद्र मोदी एक चेहरा आता है और उसे साफ भजा लिया है. इस बार कोई अन्ना हजारे सामने नहीं आया, इसलिए पीएम नरेंद्र मोदी आराम से 2019 में सफल होता दिख रहे हैं.
वरिष्ठ पत्रकार जगदीश उपासने ने ध्रुवीकरण पर कहा कि इस चुनाव में ध्रुवीकरण कम रहा है. अगर बीजेपी ध्रुवीकरण का मुद्दा उठाती तो नतीजा कुछ और रहता.
वरिष्ठ पत्रकार जगदीश उपासने ने कहा, इस चुनाव में राष्ट्रवाद प्रमुख रहा है. उन्होंने राष्ट्रवाद को 70 और चेहरे को 10 प्रतिशत वोट दिया है. उनका कहना है कि राष्ट्रवाद में भारतीयता से जुड़े सारे मुद्दे शामिल थे.
वरिष्ठ पत्रकार जगदीश उपासने ने कहा, एनडीए सरकार में किसानों की आत्महत्या की संख्या में कमी आई है. इस सरकार में किसानों के सामान को बेचने के लिए आनलाइन सिस्टम शुरू हो गया है. अब किसान मंडी जाने को मजबूर नहीं है.
वरिष्ठ पत्रकार जगदीश उपासने ने कहा, चुनाव शुरू होने पहले हमने कई हिन्दी बेल्ट में घूमकर देखा था. इस आधार पर एनडीए को 324 सीटें मिलने की संभावना है. उन्होंने कहा, अगर किसानों की हालात पर बात करें तो अब किसानों की हालात बेहतर है.
वरिष्ठ पत्रकार जगदीश उपासने ने कहा, एनडीए को 324, यूपीए को 74 और अन्य 144 सीटें मिलने की संभावना है. उन्होंने 2014 और 2019 के चुनाव को तुलना करने ये सीटें दी हैं.
वरिष्ठ पत्रकार राजेश बादल ने कहा, राहुल गांधी को लेकर बीजेपी ने क्या-क्या कहा था. अगर प्रियंका गांधी वाराणसी से चुनाव लड़ जाती तो वह जरूर हार जातीं, लेकिन उनका राजनीतिक करियर खत्म नहीं होता है. हां, प्रियंका गांधी राहुल गांधी से बेहतर नेता बन सकती हैं.
वरिष्ठ पत्रकार राजेश बादल ने कहा, 2014 की मोदी लहर 2019 के चुनाव में नहीं थी. उन्होंने कहा, प्रियंका गांधी के आने से कांग्रेस में जान आई है. यह बात कांग्रेस भी जानती थी कि प्रियंका गांधी के आने से यूपी को 40 सीटें नहीं मिलने वाली हैं, लेकिन अगले विधानसभा चुनाव में इसका असर साफ-साफ दिखेगा.
वरिष्ठ पत्रकार राजेश बादल ने राष्ट्रवाद को 25 फीसदी और चेहरे को 35 फीसदी वोट दिए हैं. उन्होंने कहा, मोदी को लेकर लोगों में नाराजगी थी, लेकिन लोगों के सामने कोई आप्शन नहीं था.
विशेषज्ञों का कहना है कि मायावती और ममता बनर्जी भी पीएम पद की दौड़ में है. मायावती की प्रॉयट्री थी कि बीजेपी को सत्ता से बाहर करना है.
वरिष्ठ पत्रकार राजेश बादल ने कहा, जहां पिछले चुनाव कांग्रेस शून्य पर थी वहां भी कांग्रेस को बढ़त मिल सकती है. उन्होंने पीएम पद के लिए नरेंद्र मोदी को बेहतर बताया है. उन्होंने पीएम पद के लिए नरेंद्र मोदी 40 प्रतिशत और राहुल गांधी को 30 प्रतिशत वोट दिया है.
वरिष्ठ पत्रकार राजेश बादल ने कहा, एनडीए को 265, यूपीए को 175 और अन्य 103 से 104 सीटें मिलने के आसार हैं. उन्होंने कहा, बीजेपी को 190 से 200 सीटें मिलने की संभावना है.
वरिष्ठ पत्रकार सतीश पेडणेकर ने कहा, प्रियंका गांधी के आने से कांग्रेस को कोई फायदा नहीं मिल है. प्रियंका गांधी ने ऐसा क्या किया कि लोग उन्हें वोट दे.
वरिष्ठ पत्रकार सतीश पेडणेकर ने पीएम पद के लिए नरेंद्र मोदी को बेहतर बताया है. भारत में हमेशा से चुनाव चेहरे पर ही लड़ा जाता रहा है. इसी तरह 2019 का चुनाव भी चेहरे पर लड़ा था. 2014 के चुनाव में 11 करोड़ और मोदी को साढ़े 17 करोड़ वोट मिले थे.
वरिष्ठ पत्रकार सतीश पेडणेकर ने कहा, मनमोहन सिंह 10 साल में एक बार भी पाकिस्तान नहीं गए थे, लेकिन मोदी ने पद ग्रहण करते ही पाकिस्तान चले गए.
वरिष्ठ पत्रकार सतीश पेडणेकर ने कहा, नरेंद्र मोदी भारतीयता की पहचान के रूप में उभरे हैं. पुलावामा हमले के बारे में हमारी सुरक्षा एजेंसियों को पहले से खबर थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई. इससे पहले उरी और पठानकोठ में हमले हुए थे.
कितनी सीटें किन दलों को मिलेंगे के सवाल पर वरिष्ठ पत्रकार सतीश पेडणेकर ने कहा, एनडीए को 300, यूपीए को 100 से 110 और अन्य को 125 से 130 सीटें मिलने की उम्मीद हैं.
विशेषज्ञों ने आगे कहा, अब समय बदल चुका है. पहले कांग्रेस को हारने के बाद भी 200 सीटें मिलती थीं, लेकिन अब उनको 44 सीटें मिलती हैं.
इस चुनाव में क्या मोदी लहर चली के सवाल पर वरिष्ठ पत्रकार रेणू मित्तल ने कहा, पूरे चुनाव में मोदी के अलावा कोई चेहरा सामने नहीं आया. क्या प्रियंका गांधी के आने से कांग्रेस को फायदा मिला के सवाल पर उन्होंने कहा, हां. लेकिन उनके नाम पर वोट कन्वर्ड नहीं हुआ है.
वरिष्ठ पत्रकार रेणू मित्तल ने पीएम पद के लिए किसी भी नेता को बेहतर नहीं बताया. उन्होंने मल्लिकार्जुन खड़गे को पीएम पद के लिए बेहतर बताया है. रेणू ने आगे कहा, रूरल और अर्बन का मुद्दा चुनाव में होना चाहिए. पीएम नरेंद्र मोदी ने किसी भी महत्वपूर्ण मुद्दे पर नहीं बोला है.
वरिष्ठ पत्रकार रेणू मित्तल ने कहा, एनडीए को 180, यूपीए को 190 और अन्य 172 सीटें मिलने की उम्मीद हैं. उन्होंने आगे कहा, कांग्रेस को 120, एनसीपी को 14, आरजेडी को 9 से 11 सीटें मिलने के आसार हैं. मध्य प्रदेश में कांग्रेस को 10 से 12 सीटें मिलने की उम्मीद है.
वरिष्ठ पत्रकार टीआर रामचंद्रन ने कहा, अगर प्रियंका गांधी और पहले ईस्ट यूपी में आती तो इसका फायदा जरूर मिलता. वरिष्ठ पत्रकार रेणू ने कहा, प्रियंका के आने से यूपी में कांग्रेस को जान मिली है.
वरिष्ठ पत्रकार टीआर रामचंद्रन ने कहा, अगर प्रियंका गांधी और पहले ईस्ट यूपी में आती तो इसका फायदा जरूर मिलता. वरिष्ठ पत्रकार रेणू ने कहा, प्रियंका के आने से यूपी में कांग्रेस को जान मिली है.
विशेषज्ञों ने आगे कहा, दिग्विजय सिंह ही हिन्दू आतंकवाद के जनक माने जाते हैं. उन्हें जवाब देने के लिए बीजीपी ने बहुत मजबूत प्रत्याशी उतारा है. क्या 2019 में मोदी की लहर चली है कि नहीं? रामचंद्रन ने कहा, पीएम ने काम बहुत किया है.
वरिष्ठ पत्रकार टीआर रामचंद्रन ने कहा, जवाहर लाल नेहरू ने कहा था कि पूरे देश में विकास होना चाहिए. उन्होंने राष्ट्रवाद को 60 प्रतिशत वोट दिया है. उन्होंने कहा, पीएम ने ही ये उठाया था कि राष्ट्रवाद को सबसे प्रमुख है. प्रज्ञा ठाकुर को लेकर पीएम ने भी विरोध जताया था.
वरिष्ठ पत्रकार टीआर रामचंद्रन ने कहा, नरेंद्र मोदी देश के बारे में बहुत ही पॉजिटिवली बातें करते हैं. मोदी सरकार में नौकरी की कमी रही. साथ ही उनकी सरकार में किसानों की हत्या बढ़ी है. हमने राष्ट्रवाद को ज्यादा महत्व दे दिया, जिससे किसानों को मुद्दा खत्म हो गया है.
वरिष्ठ पत्रकार टीआर रामचंद्रन ने कहा, बीजेपी को बहुमत मिलते हुए नहीं दिख रहा है. उन्होंने एनडीए को 300 से 310 सीटें मिल सकती हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही बनेंगे. उन्होंने आगे कहा, पिछले 5 साल में उनकी पब्लिसिटी बहुत बढ़ गई है.
न्यूज नेशन पर विशेषज्ञों की राय शुरू हो गई है. हमारे चैनल ने विशेषज्ञों से पांच सवाल पूछे हैं. न्यूज नेशन एग्जिट पोल के अनुसार, एनडीएम को 282 से 290 सीटें मिल रही हैं.
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