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हत्या, हत्या के प्रयास, बलात्कार तक के आरोपी पहुंचना चाहते हैं संसद में

मुख राजनीतिक दलों में कांग्रेस के 53 में से 23, बीजेपी के 51 में से 16, बसपा के 80 में से 16, अन्नाद्रमुक के 22 में से तीन द्रमुक के 24 में से 11 और शिवसेना के 11 में से 4 पर आपराधिक मामले दर्ज हैं

Updated on: 15 Apr 2019, 07:09 AM

नई दिल्ली.:

लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में अपनी-अपनी किस्मत आजमाने जा रहे 251 प्रत्याशियों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं. इनमें से 167 उम्मीदवारों पर तो गंभीर मामले हैं. नेशनल इलेक्शन वॉच और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स ने 1,590 प्रत्याशियों द्वारा दाखिल किए गए हलफनामों से यह जानकारी जुटाई है. वैसे दूसरे चरण में कुल 1,644 उम्मीदवार हैं, लेकिन 54 प्रत्याशियों के हलफनामे आधे-अधूरे होने से उनकी जानकारी नहीं जुटाई जा सकी.

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एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक प्रमुख राजनीतिक दलों में कांग्रेस के 53 में से 23, बीजेपी के 51 में से 16, बसपा के 80 में से 16, अन्नाद्रमुक के 22 में से तीन द्रमुक के 24 में से 11 और शिवसेना के 11 में से 4 पर आपराधिक मामले दर्ज हैं. इनमें भी कांग्रेस के 17, बीजेपी के 10, बीएसपी के 10, अन्नद्रमुक के 3, द्रमुक के 7 और शिवसेना के एक उम्मीदवार पर गंभीर आपराधिक मामले हैं.

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यही नहीं, हलफनामों के आधार पर तीन उम्मीदवारों ने बताया कि उन्हें दर्ज मामलों में दोषी पाया जा चुका है. छह पर हत्या के मामले हैं, तो 25 पर हत्या के प्रयास का मामला दर्ज है. 8 प्रत्याशियों पर अपहरण और 10 पर महिलाओं के खिलाफ हिंसा के मामले हैं. इनमें बलात्कार, शीलभंग के प्रयास में मारपीट जैसे गंभीर मामले दर्ज हैं. इनमें से 15 पर भड़काऊ भाषण देकर परस्पर नफरत फैलाने के मामले भी हैं.

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दूसरे चरण में मैदान में उतर रहे 423 प्रत्याशियों की संपत्ति एक करोड़ रुपए से अधिक है. ऐसे उम्मीदवारों में भी सर्वाधिक संख्या कांग्रेस (46) की है. बीजेपी कांग्रेस से सिर्फ एक कदम ही पीछे है. उसने 45 करोड़पतियों को टिकट दिया है. कांग्रेस के उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 31.83 करोड़ रुपए हैं, जबकि बीजेपी के उम्मीदवारों का औसत 21.59 करोड़ रुपए बैठता है. हालांकि 16 उम्मीदवार संपत्ति के मामले में ठन-ठन गोपाल हैं.

कांग्रेस के कन्याकुमारी से प्रत्याशी वसंत कुमार एच के पास 417 करोड़ रुपए की कुल संपत्ति है. इसके बाद दूसरे स्थान पर भी कांग्रेस की पूर्णिया सीट से प्रत्याशी उदय सिंह का नाम आता है, जिनके पास 341 करोड़ रुपए की चल-अचल संपत्ति है. बेंगलुरू ग्रामीण से किस्मत आजमा रहे डीके सुरेश के पास 338 करोड़ की संपत्ति है.

हिंदुस्तान जनता पार्टी के सोलापुर प्रत्याशी श्रीवैंकटेश्वर महास्वामीजी के पास 9 करोड़ रुपए की संपत्ति है. तमिलनाडु के दो निर्दलीय प्रत्याशी राजेश पी और राजा एन के पास 100 करोड़ रुपए की संपत्ति है. ये दोनों मैयीलाडुथरई से चुनाव लड़ रहे हैं. रोचक बात यह है कि 52 प्रत्याशियों की संपत्ति एक करोड़ रुपए से अधिक है, लेकिन उन्होंने आयकर भरने का विवरण नहीं दिया है. ये हैं पश्चिम बंगाल की रायगंज सीट से निर्दलीय लड़ रहे बिनय कुमार दास और बेंगलुरु मध्य के सीबीके रामा. इन्होंने अपनी संपत्ति क्रमशः 18 औऱ 15 करोड़ रुपए बताई है.