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विवादित बोलः कोई गधे का बता रहा 56 इंच का सीना तो कोई 'बजरंग अली' को बना रहा रक्षक

रैलियों और चुनावी सभाओं में आने वाली भीड़ को खुश करने के लिए नेताओं की जुबान गाहे बेगाहे फिसल ही जा रही है.

Updated on: 12 Apr 2019, 07:02 PM

नई दिल्‍ली:

सियासी पिच पर बैटिंग कर रहे नेता अब स्‍लेजिंग से भी बाज नहीं आ रहे. चाहे वह योगी आदित्‍यनाथ (Yogi Adityanath) हों या मायावती (Mayawati), आजम खान (Azam Khan) हों या जयंत चौधरी , चंद्र बाबू नायडू (Chandrababu Naidu) हों या अहमद पटेल (Ahemad Patel), अर्जुन मोढवाडिया हों या चौधरी अजीत सिंह. इन नेताओं की जुबानी जंग में जुबान ऐसे फिसल रही है जैसे सियासत की पिच पर किसी ने तेल डाल दिया हो. कोई पीएम के 56 इंच के सीने को गधे का सीना बता रहा है तो कोई अली के खिलाफ बजरंग बली को खड़ा कर रहा है. कोई इससे दो कदम आगे जाते हुए बजरंग बली को बजरंग अली बता रहा है.

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मायावती का मुस्लिम कार्ड

पहले चरण के चुनाव के पहले गठबंधन के मंच से मायावती ने सहारनपुर के मुसलमानों को बार-बार सचेत करते हुए कहा कि किसी भी सूरत में अपने वोट को बंटने नहीं देना है. कांग्रेस इस लायक नहीं है कि वो बीजेपी को टक्कर दे सके, जबकि महागठबंधन के पास मजबूत आधार है. ऐसे में अपने वोटों का बिखराव नहीं होने देना है और एकजुट होकर गठबंधन के उम्मीदवार के पक्ष में वोट करना है. मायावती ने कहा कि ये बात कांग्रेस को भी पता है, लेकिन वह ये मानकर चल रही है कि कांग्रेस न जीते तो गठबंधन भी न जीते. ऐसे मंसूबों को कामयाब नहीं होने देना है.

योगी का अली बजरंग बली

मायावती ने मुस्‍लिम कार्ड खेला तो उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बयान आना तय था. योगी ने पहले चरण के चुनाव से पहले मेरठ में एक चुनावी रैली में कहा था, "अगर कांग्रेस, सपा, बसपा को 'अली' पर विश्वास है तो हमें भी 'बजरंगबली' पर विश्वास है और मैं कहना चाहता हूं कि कांग्रेस, सपा, बसपा, लोकदल इस बात को मान चुके हैं कि बजरंगबली के अनुयायी उन्हें कभी बर्दाश्त नहीं करेंगे."

बजरंग अली तोड़ दो दुश्‍मन की नली

लोकसभा चुनाव 2019 (Lok sabha elections 2019) के तहत रामपुर में 23 अप्रैल को मतदान होना है. यहां अली और बजरंग बली के बयान युद्द में एक और जनाब कूद पड़े हैं. रामपुर से समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार ने बजरंग अली का नारा देकर नई बहस सुलगा दी. आजम खान ने यहां एक रैली में मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ द्वारा दिए गए अली और बजरंगबली वाले बयान पर कहा, 'अली और बजरंग में झगड़ा मत कराओ. अली और बजरंग एक हैं. मैं नया नाम देता हूं बजरंग अली. बजरंग अली तोड़ दो दुश्‍मन की नली.

जो बोले लालटेन उसको बोलिए भारत माता की जय

अभी ताजा बयान बिहार में अररिया से BJP प्रत्याशी और पूर्व सांसद प्रदीप सिंह का आया है.. उनका एक कथित ऑडियो क्लिप इन दिनों वायरल हुआ है, जिसमें कथित रूप से प्रदीप सिंह अपने एक समर्थक कमलेश के साथ बातचीत कर रहे हैं. जिसमें वह चुनाव में अपने विरोधी प्रत्याशी राष्ट्रीय जनता दल के सरफराज़ आलम को पराजित करने के लिए नुस्खे बता रहे हैं.इससे पहले प्रदीप सिंह ने कहा कि जो बोले लालटेन उसको बोलिए भारत माता की जय. इसके बाद युवकों की संख्या कम से कम 50 तक होनी चाहिए उन्हें माथे में केसरिया रंग का पट्टा बांधकर और तिलक लगाके मोटर साइकिल से घूमने के लिए बोलिए.

केवल गधों का सीना 56 इंच का होता है

गुजरात कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अर्जुन मोढवाडिया की जुबान क्‍या फिसली उनका बयान सुर्खियां बटोने लगा. अर्जुन मोढवाडिया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए अपमानजनक टिप्पणी करते हुए कहा कि केवल गधों का सीना 56 इंच का होता है. मोढवाडिया ने बनासकांठा जिले के दीसा कस्बे में एक रैली में 2014 में मोदी की तरफ से दिए गए एक बयान की याद दिलाई जिसमें प्रधानमंत्री ने कहा था कि उनके जैसे “56 इंच सीने” वाला व्यक्ति ही बड़े निर्णय ले सकता है. एक सेहतमंद व्यक्ति का सीना 36 इंच का होता है, बॉडी बिल्डर का सीना 42 इंच का हो सकता है, केवल गधों का सीना 56 इंच का होता है और बैलों का सीना 100 इंच का होता है.”

'मोदी के पालतू कुत्ते'

अपने राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ बोलते हुए हुए आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू की जुबान फिसल गई। उन्होंने वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष जगनमोहन रेड्डी और टीआरएस अध्यक्ष व तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव को 'मोदी का पालतू कुत्ते' कहा है। उनके इस बयान के बाद घमासान मच गया है।

गटर लेवल की पॉलिटिक्स कर रहे हैं PM मोदी

कुछ दिन पहले अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर मामले में अपने ऊपर हो रहे हमलों का जवाब देते हुए कांग्रेस नेता अहमद पटेल ने कहा, 'नरेंद्र मोदी को सब जानते हैं. वो गटर लेवल की पॉलिटिक्स करते है. वो ऐसे बोलते हैं, जैसे कोई गांव का मुखिया बोल रहा हो और जैसे देहात में कोई म्यूनिसिपलिटी पॉलिटिक्स कर रहा हो. मामले में कानूनी प्रक्रिया चल रही है.

BJP सिर्फ 2 गुजरातियों की पार्टी रह जाएगी

जब बीजेपी ने इंदौर से सुमित्रा महाजन का टिकट काटा तो आम आदमी पार्टी के संजय सिंह ने ट्वीट करके भाजपा पर तंज कसा. संजय ने लिखा कि लोकसभा अध्यक्ष और इंदौर से सांसद सुमित्रा महाजन ने चुनाव न लड़ने का फैसला किया है. इसका एलान उन्होंने पार्टी को पत्र लिखकर किया. पार्टी को लिखे गए पत्र में सुमित्रा महाजन ने नसीहत देते हुए नाराजगी जताई है. सुमित्रा महाजन टिकट कटने के बाद आम आदमी पार्टी के राज्य सभा सांसद संजय सिंह ने बीजेपी पर हमला बोला.

ये आदमी अगर लंका जाता तो कहता कि रावण को मैंने ही मारा था
बागपत में एक जनसभा को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय लोक दल के अध्यक्ष चौधरी अजित सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा था कि ये आदमी अगर लंका जाता तो कहता कि रावण को मैंने ही मारा था.उन्होंने कहा कि ये आदमी झूठ नहीं बोलता, बस आजतक इसने सच नहीं बोला. उन्होंने कहा कि बच्चों को कहा जाता है कि सच बोला करो, लेकिन इसके मां-बाप ने इसे ये नहीं सिखाया.

जूतिया पार्टी'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 'सराब' वाली टिप्पणी के जवाब में राष्ट्रीय लोक दल के नेता जयंत चौधरी ने भारतीय जनता पार्टी को बहुत 'जूतिया पार्टी' कह डाला. जयंत चौधरी ने एक रैली को संबोधित करते हुए कहा, ये आपको शराबी कहें, ये आपको मिलावट कहें तो मैंने भी इनके लिए नाम सोच रखा है. ये जूते से मारपीट करते हैं. मैं गाली तो नहीं देना चाहता, ये बहुत बड़े जूतिए हैं, जूतिए, बहुत जूतिया पार्टी है.' बता दें प्रधानमंत्री मोदी ने मेरठ में एक चुनावी के दौरान महागठबंधन को शराब बताया था. उन्होंने समाजवादी पार्टी के 'स', राष्ट्रीय लोक दल के 'र' और बहुजन समाज पार्टी के 'स' को जोड़कर नया टर्म गढ़ते हुए इन पार्टियों को 'सराब' कहा था.

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लोकसभा चुनाव 2019 का पहला चरण समाप्‍त हो चुका है. 11 अप्रैल को 20 राज्‍यों की 91 सीटों पर 1200 से ज्‍यादा प्रत्‍याशियों की किस्‍मत का फैसला जनता जनार्दन कर चुकी है. अब 18 अप्रैल को होने वाले दूसरे चरण के चुनाव के लिए सभी दल और उनके प्रत्‍याशी जी-जान से जुट गए हैं. रैलियों और चुनावी सभाओं में आने वाली भीड़ को खुश करने के लिए नेताओं की जुबान गाहे बेगाहे फिसल ही जा रही है. पहले चरण से लेकर अब तक कुछ प्रमुख नेताओं के वो विवादित बयान जिसके बाद सियासी घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है. हालांकि चुनाव आयोग इसको लेकर कई मामलों में नोटिस भी जारी कर चुका है.