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पश्चिम बंगाल में हिंसा: चुनाव आयोग ने बांकुरा के डीएम को हटाया

टीएमसी और बीजेपी कार्यकर्ताओं में झड़पों के बाद चुनाव आयोग (Election Commission) ने रविवार को पश्चिम बंगाल के बांकुरा के जिला मजिस्ट्रेट एवं जिला निर्वाचन अधिकारी उमा शंकर को पद से हटाकर उनके स्थान पर 2008 बैच आईएएस अधिकारी मुक्ता आर्य को नियुक्त किया.

Updated on: 13 May 2019, 07:28 AM

highlights

  • बीजेपी ने राज्य के जंगलमहल क्षेत्र के विभिन्न बूथों पर पुनर्मतदान कराने की मांग की है
  • आरोपः बांकुरा में उसके उम्मीदवार सुभाष सरकार पर भी तृणमूल कांग्रेस ने हमला किया
  • तृणमूल कांग्रेस का आरोप बीजेपी मतदाताओं को धमकाने के लिए केन्द्रीय बलों का इस्तेमाल 



नई दिल्‍ली:

लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha election 2019) के छठे चरण में हिसा हुई.  राजनीतिक हिंसा हमेशा से पश्चिम बंगाल का हिस्सा रहा है और लोकसभा चुनाव-2019 भी इससे अलग जाता नहीं दिख रहा है. टीएमसी और बीजेपी कार्यकर्ताओं में झड़पों के बाद चुनाव आयोग (Election Commission) ने रविवार को पश्चिम बंगाल के बांकुरा के जिला मजिस्ट्रेट एवं जिला निर्वाचन अधिकारी उमा शंकर को पद से हटाकर उनके स्थान पर 2008 बैच आईएएस अधिकारी मुक्ता आर्य को नियुक्त किया. रविवार को तृणमूल कांग्रेस (TMC) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) कार्यकर्ताओं के बीच झड़प होने के बाद डीएम एवं डीईओ शंकर के खिलाफ शिकायतें की गई थी जिसके चलते उनका तबादला किया गया. चुनाव आयोग ने आर्य को तत्काल कार्यभार संभालने के आदेश दिए हैं. 

बीजेपी ने रविवार को आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव के छठे चरण में खुलेआम हिंसा होने दी. बीजेपी ने राज्य के जंगलमहल क्षेत्र के विभिन्न बूथों पर पुनर्मतदान कराने की मांग की. 

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अधिकारियों ने बताया कि बीजेपी उम्मीदवार और पूर्व आईपीएस अधिकारी भारती घोष (Bharati Ghosh) घाटल लोकसभा सीट पर जब मतदान केन्द्रों पर जाने का प्रयास कर रही थीं तो उस दौरान स्थानीय लोगों ने दो बार उन पर कथित तौर पर हमला किया. वहीं पूर्व IPS ऑफिसर और घाटल सीट से भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी भारती घोष ने तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर बदसलूकी का आरोप लगाया था. घोष ने बताया कि बीजेपी कार्यकर्ता को बूथ में घुसने से रोका गया जिसके बाद वो बूथ पर पहुंची तभी तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उन्हें धक्का देकर गिरा दिया. घोष नीचे गिर पड़ीं जिसके बाद उनकी आंखों में आंसू आ गए.एक अन्य बूथ में पथराव में उनका एक सुरक्षा गार्ड भी घायल हो गया. 

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बीजेपी ने आरोप लगाया कि बांकुरा में उसके उम्मीदवार सुभाष सरकार पर भी तृणमूल कांग्रेस के कथित गुंडों ने हमला किया. घोष पर कथित हमले पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए चटर्जी ने कहा कि उनकी तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को धमकी देने संबंधी वीडियो फुटेज है. माकपा की केंद्रीय समिति के सदस्य राबिन देब ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस के शासन में चुनावों के दौरान हिंसा बंगाल की पहचान बन गई है. 

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केन्द्रीय मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने बताया, 'तृणमूल कांग्रेस स्वतंत्र एवं निष्पक्ष ढंग से चुनाव कराये जाने से क्यों डरती है? ऐसा लगता है कि उन्होंने अपनी हार को भांप लिया है और इसलिए वे लोगों को वोट डालने से रोकने की कोशिश कर रहे हैं.' इसके बाद उनके नेतृत्व में बीजेपी के एक प्रतिनिधिमंडल ने राज्य में चुनाव आयोग के अधिकारियों से मुलाकात की और हिंसा के बारे में शिकायत की.

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पश्चिम बंगाल में बीजेपी प्रत्याशी पर हमला मामले में हंगामा, जावड़ेकर बोले- यह TMC की हताशा है साथ ही उन्होंने कहा, ‘तृणमूल कांग्रेस चुनाव आयोग को ठीक ढ़ंग से काम नहीं करने दे रही है. वे बाधाएं उत्पन्न कर रहे है. राज्य सरकार के कुछ अधिकारी निष्पक्ष ढंग से काम नहीं कर रहे हैं. हम इन अधिकारियों के खिलाफ कल मुख्य निर्वाचन आयुक्त को अपनी शिकायत देंगे.'

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तृणमूल कांग्रेस ने भी आरोप लगाया कि केन्द्रीय बल बीजेपी के आदेशों पर काम कर रहे हैं और लोगों को भगवा पार्टी के पक्ष में वोट डालने के लिए मजबूर कर रहे है. तृणमूल कांग्रेस के महासचिव पार्थ चटर्जी ने कहा, ‘स्थानीय लोगों ने शिकायत की थी कि केन्द्रीय बल लोगों को बीजेपी के लिए वोट करने को मजबूर कर रहे है. हमने चुनाव आयोग के समक्ष पहले ही एक शिकायत दर्ज करा दी है. बीजेपी मतदाताओं को धमकाने के लिए केन्द्रीय बलों का इस्तेमाल क्यों कर रही है.'