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बीजेपी के बाद कांग्रेस ने भी बंगाल के सभी मतदान बूथों को संवेदनशील घोषित करने की मांग रखी

राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी अरीज अफताब से मुलाकात के बाद मित्रा ने संवाददाताओं से कहा,

Updated on: 13 Mar 2019, 09:41 PM

कोलकाता:

पश्चिम बंगाल कांग्रेस नेतृत्व ने बुधवार को निर्वाचन आयोग से राज्य के सभी 77 हजार लोकसभा मतदान केंद्रों को 'संवेदनशील' घोषित करने और यहां पर्याप्त संख्या में केंद्रीय सशस्त्र बल तैनात करने का आग्रह किया. राज्य की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर 2019 चुनाव से पहले डर का माहौल बनाने के लिए हिंसा फैलाने का अरोप लगाते हुए कांग्रेस की प्रदेश इकाई के प्रमुख सोमेन मित्रा ने कहा कि आयोग को बंगाल में मुक्त और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए सख्ती से कार्रवाई करनी चाहिए.

राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी अरीज अफताब से मुलाकात के बाद मित्रा ने संवाददाताओं से कहा, "राज्य के सभी 77 हजार मतदान केंद्रों को संवेदनशील घोषित किया जाना चाहिए. सभी बूथ पर केंद्रीय बलों को तैनात किया जाना चाहिए. चुनाव परिसरों पर राज्य पुलिस को तैनात कर लोगों का भरोसा जीतना नामुमकिन होगा."

उन्होंने कहा, "हमने चुनाव अधिकारी से मुक्त व निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने को कहा है. तृणमूल और बीजेपी लोगों में डर का माहौल बना रही हैं. मुक्त व निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित कर लोगों के दिलों से डर निकालना बहुत जरूरी है."

केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद की अगुवाई में बीजेपी का एक प्रतिनिधिमंडल नई दिल्ली में निर्वाचन आयोग से मिला था, जिसके बाद कांग्रेस ने ये मांग की है. बीजेपी ने दावा किया था कि पश्चिम बंगाल के हिंसा के इतिहास को देखते हुए 2019 चुनाव के लिए राज्य को अति संवेदनशील घोषित कर दिया जाना चाहिए.

जिला मजिस्ट्रेटों द्वारा आयोग के समक्ष दाखिल की गई रिपोर्ट, जिसमें किसी बड़ी कानून व्यवस्था समस्याओं का संकेत नहीं दिया गया है, पर मित्रा ने कहा कि अधिकतर रिपोर्ट राज्य सरकार ने तैयार की हैं.

उन्होंने कहा, "सभी रिपोर्ट मनगढ़ंत हैं. राज्य सरकार रिपोर्ट तैयार कर रही है और जिला मजिस्ट्रेट केवल उनपर हस्ताक्षर कर रहे हैं. मुझे यकीन है कि अधिकतर को तो उन रिपोर्ट में लिखे कंटेंट के बारे में पता तक नहीं होगा."