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अलका लांबा ने केजरीवाल को हार की जिम्मेदारी लेने को कहा, तो AAP ने उठाया ये कदम

लोकसभा चुनाव में दिल्ली, हरियाणा और पंजाब में बुरी तरह हारने के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अब अपनों के निशाने पर भी आ गए हैं.

Updated on: 26 May 2019, 09:35 AM

नई दिल्ली:

लोकसभा चुनाव में दिल्ली, हरियाणा और पंजाब में बुरी तरह हारने के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अब अपनों के निशाने पर भी आ गए हैं. आम आदमी पार्टी से नाराज चल रहीं चांदनी चौक से विधायक अलका लांबा ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को हार की जिम्मेदारी लेने की बात कही. इसके साथ ही उन्होंने संजय सिंह को नया पार्टी संयोजक बनाने की मांग की.

अलका लांबा ने कई ट्वीट करके केजरीवाल पर हमला बोला है. अलका ने कहा, 'जी,जब आप स्वयं मान रहे हैं की आप से बहुत बड़ी लगती हुई है, उन्हीं गलतियों की वजह से आज पार्टी की यह हालत हो गई है, तो बिना उन बड़ी गलती का जिक्र किये, बिना उन पर चर्चा किये, बिना उनमें सुधार किये कैसे कोई आगे बढ़ सकता है? बस जनता से एक बार फिर माफ़ी मांगने से नहीं होगा.'

उन्होंने आगे कहा, ' काश किसी की कुछ तो सुनी होती, जीतते ना सही, कम से कम जमानत तो जप्त ना होती, 2015में 70 में से 67 जीतने वाले , 2019 आते आते 7 में से 3 पर जमानत ही जप्त करवा बैठे. अभी भी देर नहीं हुई ,जनता को हमेशा एक अच्छे विकल्प की तलाश रहती है, बस जरूरत है फ़ालतू के घमंड को छोड़कर, हार से सबक लेने की.'

अलका लांबा के हमले के जवाब में आम आदमी पार्टी ने कहा, 'हम अलका लांबा पर किसी तरह की टिप्पणी नहीं करना चाहते हैं. वे अटेंशन सीकर हैं. कुछ विधायकों ने एक मुद्दा उठाया था कि कुछ लोग अपने क्षेत्र में कुछ स्थानीय कार्यों से नाखुश हैं. सीएम ने उनसे विनम्रता के साथ ऐसे लोगों से मिलने, काम में तेजी लाने का आश्वासन दिया और असुविधा के लिए माफी मांगी.'

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अलका लांबा के बागी तेवर को देखते हुए खबर ये भी आई है कि उन्हें पार्टी विधायकों के वॉट्सऐप ग्रुप से एक बार फिर हटा दिया गया है. इस वॉट्सऐप ग्रुप में पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल भी शामिल हैं.