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टीना डाबी की सफलता से प्रेरित भाई ने चुपके से भर दिया बहन का UPSC फॉर्म, दूसरी रैंक हासिल कर बनीं IAS

भाई ने बिन बताए बहन के लिए UPSC का फॉर्म भर दिया. परिणामस्वरूप बहन IAS बनने में कामयाब रहीं. जानें उनके बारे में पूरी कहानी

Updated on: 29 Nov 2019, 05:44 PM

नई दिल्ली:

लोगों की पूरी जिंदगी बीत जाती है, लेकिन अपने अंदर छुपे हुनर को पहचान नहीं पाते हैं. जो लोग अपने अंदर छुपे हुनर को पहचान नहीं पाते हैं, लेकिन अगर कोई आपको इसके लिए मदद करता है, और आपके हुनर को पहचान लेता है तो उस शख्स का सबसे पहले आभार व्यक्त करना चाहिए. एक भाई ने अपनी बहन के अंदर छुपे हुनर को पहचान कर IAS बनने के लिए प्रेरित किया. भाई ने बिन बताए बहन के लिए UPSC का फॉर्म भर दिया. परिणामस्वरूप बहन IAS बनने में कामयाब रहीं. जानें उनके बारे में पूरी कहानी.

अनु कुमारी ने UPSC में दूसरी स्थान किया था हासिल

इस कहानी की नायिका का नाम अनु कुमारी है. अनु हरियाणा की रहने वाली है. अनु 2017 में UPSC की परीक्षा में दूसरी स्थान हासिल किया था. अनु की शादी हो चुकी है. उनका एक बेटा भी है. परीक्षा की तैयारी के दौरान अनु कुमारी को कई परेशानियों का सामना करना पड़ा था. इस दौरान उन्हें अपने बेटे से भी दूर रहना पड़ा था. इस ग्रैंड सफलता के बाद अनु ने एक चैनल को साक्षात्कार देते हुए अपने संघर्ष के बारे में बताया. उन्होंने बताया कि परिवार की तरफ से काफी सपोर्ट मिला. इसमें सबसे अहम योगदान उनके भाई का रहा.

अच्छी सैलरी पर मल्टीनेशनल कंपनी में करती थी नौकरी

अनु UPSC की तैयारी करने से पहले वह एक मल्टीनेशनल कंपनी में काम करती थी. उनकी सैलरी भी बहुत अच्छी थी. लेकिन वह अपनी नौकरी से ज्यादा खुश नहीं थीं. उन्हें लग रहा था कि जीवन में और भी बहुत कुछ है जिसे किया जा सकता है. उन्होंने बताया कि नौकरी करते हुए 9 साल हो गए थे. उन्हें एहसास हुआ कि उनकी जिंदगी में बेसिक जरूरतें और आर्थिक जरूरतें पूरी हो रही है, उसके बाद उन्होंने UPSC की तैयारी करने का मन बनाने का फैसला किया, लेकिन ये राहें इतनी आसान नहीं थीं.

आंतरिक रूप से नहीं थीं संतुष्ट

उन्होंने बताया कि कॉरपोरेट नौकरी के डेली रूटीन से नीरसपन आ गया था. उन्होंने कहा कि क्या एक्सल फाइल, प्रेजेंटेशन और बैंक एंड वर्क करते रह जाएंगे सारी जिंदगी. उन्होंने महसूस किया कि इस नौकरी से उनकी फाइनेंशियली जरूरतें पूरी हो रही हैं, लेकिन मैं आंतरिक रूप से संतुष्ट नहीं हूं. जिसके बाद मेरा ये एहसास धीरे- धीरे मजबूत होता जा रहा था.

नौकरी छोड़ना मेरी जिंदगी का बड़ा निर्णय

अनु ने बताया कि मैं कॉरपोरेट नौकरी छोड़ना चाहती थी, लेकिन हिम्मत नहीं जुटा पा रही थी. मेरी जिंदगी सेट थी, लेकिन नौकरी छोड़ना मेरी जिंदगी का बड़ा निर्णय था. क्योंकि नौकरी छोड़कर UPSC की तैयारी करना आसान नहीं होता है. वहीं इस परीक्षा को लेकर तुम श्योर भी नहीं होते हों कि ये क्लियर होगी भी या नहीं.

भाई ने बिन बताए भर दिया था फॉर्म

साल 2015 में जब यूपीएससी का रिजल्ट आया. उस समय टीना डाबी ने इस परीक्षा में पहला स्थान हासिल कर टॉप किया था. टीना डाबी ने पहले ही प्रयास में परीक्षा में टॉप किया था. उनका छोटा भाई ये खबर न्यूज पेपर में पढ़ रहा था और खबर पढ़ने के बाद उसने मुझसे कहा कि मेरी बहन एक दिन यहां हो सकती है. जिसके बाद से मेरे भाई ने मुझसे UPSC की परीक्षा को लेकर प्रेरित करने लगा. मेरा भाई मुझसे बार-बार कहता था कि तुम परीक्षा दो और मेरा जवाब होता पागल हो क्या, इतना टाइम हो गया है पढ़ाई छोड़े हुए.

भाई और पूरा परिवार ने किया सपोर्ट

वहीं इसी दौरान भाई ने मेरा यूपीएससी का फॉर्म भर दिया. जिसकी जानकारी मुझे बिल्कुल भी नहीं थी. फॉर्म भरने के बाद वो मुझे रेगुलर प्रोत्साहित करने लगा कि तू नौकरी छोड़ और तैयारी शुरू कर दें. इसके बाद उन्हें एहसास हुआ कि जब मेरा पूरा परिवार अगर मुझे इतना सपोर्ट कर रहा है, तो एक बार परीक्षा देना चाहिए. साथ ही उनके पति ने भी काफी सपोर्ट किया. उन्होंने पूरे मन के साथ तैयारी शुरू की और IAS बनने में सफल रहीं. उन्होंने UPSC परीक्षा में दूसरी रैंक हासिल किया.