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'ब्लैक फ्राइडे': जानें कैसे निगेटिव से Positive में बदल गया यह दिन

ब्लैक फ्राइडे (Black Friday) पहले सिर्फ अमेरिका और कनाडा जैसे देशों तक ही सीमित था लेकिन अब भारतीय को भी इस दिन का इंतजार रहता है. आइए जानें Black Friday का क्‍या है इतिहास?

नई दिल्‍ली:

नवंबर के चौथे गुरुवार यानी Thursday को पूरी दुनिया में 'थैंक्‍स गिविंग डे' मनाया जाता है. इसके अगले दिन यानी शुक्रवार को ब्लैक फ्राइडे (Black Friday) के रूप में सेलिब्रेट किया जाता है. इस दिन क्रिसमस की शॉपिंग की जाती है. इस बार यह 29 नवंबर को पड़ रहा है. ब्लैक फ्राइडे (Black Friday) पहले सिर्फ अमेरिका और कनाडा जैसे देशों तक ही सीमित था लेकिन अब भारतीय को भी इस दिन का इंतजार रहता है. आइए जानें Black Friday का क्‍या है इतिहास?

सबसे पहले 24 सितम्बर, 1869 में 'ब्लैक फ्राइडे' का नाम सुना गया था. उस समय यह आर्थिक मंदी को दर्शाता था. दरअसल दो फाइनेंसर्स, जय गोल्ड और जिम फिस्क ने मिलकर जमाखोरी के लिए खूब सारा सोना खरीद लिया ताकि सोने का भाव बहुत ऊपर चला जाए और सारा सोना महंगे दामों में बेच कर वो मोटा मुनाफा कमा लें. 1869 के सितबंर में जिस दिन यह घटना हुई उस दिन शुक्रवार था और स्टॉक मार्केट ठप्प हो गया. कई लोगों का दिवाला निकल गया. तब से वो दिन काले अक्षरों में लिख दिया गया और नाम पड़ा 'ब्लैक फ्राइडे'.

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1952 में फिलेडैल्फिया की पुलिस ने इस दिन को ब्लैक फ्राइडे इस लिए दिया जब सेल में हद से ज्यादा लोग सड़कों पर उतर आए. इसके बाद पूरे शहर में इतनी भीड़ हो गई जो पुलिस के संभालने में नहीं आ रही थी. 1961 तक आते-आते, 'ब्लैक फ्राइडे' नाम फिलेडैल्फिया के लोगों की जुबान पर चढ़ गया. इस नाम से नाखुश व्‍यापारी इस दिन का नाम 'ब्लैक फ्राइडे' से बदल कर 'बिग फ्राइडे' करना चाहते थे. हालांकि इस दिन का नाम बदल नहीं पाया और लोग इसे ब्लैक फ्राइडे ही कहते रहे.

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इसके बाद इस नाम को पॉजिटिव बनाने के लिए व्‍यापारियों ने एक नई तरकीब निकाली. उन्‍होंने व्‍यापार में अपने होने वाले नुकसान को लाल और फायदे को 'ब्लैक' रंग से दर्शाने का फैसला किया. सभी व्यापारियों ने इस दिन पर तमाम प्रोडक्ट्स पर भारी छूट देना शुरू कर दिया. जल्द ही ये नेगिटिव नाम पॉजिटिव नाम में बदल गया और लोग धीरे-धीरे इस नाम को मिलने वाली फिलेडैल्फिया की वजह को भूल गए. समय के साथ यह दिन दुनिया भर में प्रसिद्ध हो गया और यूनाइटेड स्टेट्स के अलावा कुछ और देशों में भी इसी तरह की सेल लगने लगी. बाद में यह पूरी दुनिया में प्रसिद्ध हो गया. अमेरिका में इस दिन क्रिसमस की शॉपिंग करने के लिए छुट्टी तक दी जाती है.