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UP Board 2020: 18 फरवरी से शुरू होने वाली हैं यूपी बोर्ड की परीक्षाएं, जानें कैसी है बोर्ड की तैयारी

यूपी बोर्ड परीक्षा में 30,25,442 परीक्षार्थी हाईस्कूल की परीक्षा, 25,86,247 विद्यार्थी इंटरमीडिएट की परीक्षा जबकि 27,405 स्कूल के छात्र-छात्राएं बोर्ड परीक्षा में शामिल होंगे.

Updated on: 16 Jan 2020, 08:40 AM

highlights

  • यूपी बोर्ड की परीक्षाएं 18 फरवरी से शुरू हो जाएंगी और इसके लिए माध्यमिक शिक्षा परिषद यानी UPMSP ने पूरी तैयारियां कर ली हैं.
  • इस बार यूपी बोर्ड की परीक्षा देने वाले परीक्षार्थियों को भी परीक्षा के परिणाम के लिए लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा. 
  • यूपी बोर्ड 2020 बोर्ड परीक्षा का रिजल्ट अप्रैल में ही घोषित कर दिया जाएगा.

नई दिल्ली:

यूपी बोर्ड की परीक्षाएं 18 फरवरी से शुरू हो जाएंगी और इसके लिए माध्यमिक शिक्षा परिषद यानी UPMSP ने पूरी तैयारियां कर ली हैं. इस बार यूपी बोर्ड की परीक्षा देने वाले परीक्षार्थियों को भी परीक्षा के परिणाम के लिए लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा. यूपी बोर्ड 2020 बोर्ड परीक्षा का रिजल्ट अप्रैल में ही घोषित कर दिया जाएगा. UP Board की सचिव नीना श्रीवास्तव ने सभी जिला विद्यालय निरीक्षकों को डेढ़ से दो गुना मूल्यांकन केंद्रों का प्रस्ताव मांगा है. बोर्ड कॉपियों की जांच सिर्फ 10 दिन में पूरा करने की तैयारी कर रहा है.
यूपी बोर्ड परीक्षा में 30,25,442 परीक्षार्थी हाईस्कूल की परीक्षा, 25,86,247 विद्यार्थी इंटरमीडिएट की परीक्षा जबकि 27,405 स्कूल के छात्र-छात्राएं बोर्ड परीक्षा में शामिल होंगे.
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फरवरी के पहले सप्ताह में मिलेंगे प्रवेश पत्र
18 फरवरी से शुरू हो रही यूपी बोर्ड की परीक्षाओं के लिए फरवरी के पहले सप्ताह में प्रवेश पत्र मिलना शुरू हो जाएगा. यूपी बोर्ड परीक्षा 2020 के लिए परीक्षार्थियों के प्रवेश पत्र 31 जनवरी तक स्कूलों को भेज दिए जाएंगे. बोर्ड द्वारा सभी जिला विद्यालय निरीक्षकों को 25 जनवरी तक परीक्षार्थियों के प्रवेश पत्र, उपस्थिति पत्रक, परीक्षा केंद्रवार नामावली आदि उपलब्ध करा दिए जाएंगे.
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पिछले साल 18 दिन में पूरा हुआ था मूल्यांकन
इस बार मूल्यांकन कार्य जल्दी पूरा कराने पर जोर दिया जा रहा है. सभी की प्राथमिकता है कि मूल्यांकन कार्य जल्दी पूरा कर लिया जाए जिससे परीक्षा परिणाम में किसी प्रकार की देरी न हो. पिछले शैक्षिक सत्र का मूल्यांकन कार्य 8 से 25 मार्च तक किया गया था. कुल 231 केंद्रों पर इस कार्य को किया गया था. पिछले वर्ष हाईस्कूल का मूल्यांकन 79,064 और इंटरमीडिएट का मूल्यांकन 45,808 परीक्षकों ने किया था. सभी जिला विद्यालय निरीक्षकों से 20 जनवरी तक मूल्यांकन केंद्रों का प्रस्ताव मांगा गया है. गौरतलब है कि 2019 में यूपी बोर्ड का परिणाम परीक्षा के 19 दिन बाद ही जारी कर दिया गया था.