एनबीएफसी, एमएफ, एसएमई की तरलता सुनिश्चित कराएंगे: जेटली
सरकार गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसीज) और म्यूचुअल फंड्स के लिए पर्याप्त तरलता सुनिश्चित करने के लिए हर संभव कदम उठाएगी.
नई दिल्ली:
सरकार गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसीज) और म्यूचुअल फंड्स के लिए पर्याप्त तरलता सुनिश्चित करने के लिए हर संभव कदम उठाएगी. केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली ने आईएलएंडएफएस समूह में चल रहे कर्ज संकट से पैदा हुई अनिश्चितता को देखते हुए सोमवार को यह बात कही. जेटली ने यह आश्वासन इंफ्रास्ट्रकचर लीजिंग एंड फाइनेंशियल सर्विस लि. (आईएलएंडएफएस) संकट के बीच शुक्रवार को हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों के शेयरों की जबरदस्त बिकवाली के बाद दिया है.
वित्तमंत्री ने ट्वीट किया, "सरकार एनबीएफसी, म्यूचुअल फंड्स और एसएमई को पर्याप्त तरलता मुहैया कराने/बरकरार रखने के लिए हर संभव कदम उठाएगी."
इस संबंध में, भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) और बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने रविवार को कहा था कि वे वित्तीय क्षेत्र पर बारीकी से नजर रख रहे हैं और जरूरत पड़ने पर हस्तक्षेप के लिए तैयार हैं.
देश के सबसे बड़े सरकारी ऋणदाता, भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने भी रविवार को कहा था कि एनबीएफसी से कर्ज की उपलब्धता को लेकर घबराना नहीं चाहिए और उन्हें बैंक की तरफ से समर्थन जारी रहेगा.
और पढ़ें- क्या मोदी सरकार में नहीं थमेगी रुपये की गिरावट? रेटिंग एजेंसी मूडीज का अनुमान
एसबीआई के अध्यक्ष रजनीश कुमार ने एक बयान में कहा, "ऐसी चर्चा चल रही है कि एसबीआई एनबीएफसी को कर्ज देने को लेकर चिंतित है. ये आधारहीन अफवाहें हैं. एसबीआई निजी और सरकारी क्षेत्र के एनबीएफसी को नियामक नीति फ्रेमवर्क के तहत समर्थन देती है और यह जारी रहेगा."
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Akshaya Tritiya 2024: 10 मई को चरम पर होंगे सोने-चांदी के रेट, ये है बड़ी वजह
-
Abrahamic Religion: दुनिया का सबसे नया धर्म अब्राहमी, जानें इसकी विशेषताएं और विवाद
-
Peeli Sarso Ke Totke: पीली सरसों के ये 5 टोटके आपको बनाएंगे मालामाल, आर्थिक तंगी होगी दूर
-
Maa Lakshmi Mantra: ये हैं मां लक्ष्मी के 5 चमत्कारी मंत्र, जपते ही सिद्ध हो जाते हैं सारे कार्य