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वोडाफोन डील: आयकर विभाग ने हचिसन को थमाया 32 हजार करोड़ रुपये का टैक्स नोटिस

आयकर विभाग ने हॉन्ग-कॉन्ग की कंपनी हचिसन पर वोडाफोन के साथ 2007 में हुए कथित डील के दौरान 11 अरब डॉलर के कैपिटल गेंस के मामले में 32,320 करोड़ रुपये का नोटिस भेजा है।

Updated on: 30 Aug 2017, 12:23 AM

highlights

  • वोडाफोन डील को लेकर हचिसन को आयकर विभाग ने थमाया 32 हजार करोड़ रुपये का टैक्स नोटिस
  • 2007 में हचिसन ने अपने इंडिया के मोबाइल बिजनेस को ब्रिटेन के वोडाफोन समूह को बेच दिया था

नई दिल्ली:

आयकर विभाग ने हॉन्ग-कॉन्ग की कंपनी हचिसन पर वोडाफोन के साथ 2007 में हुए कथित डील के दौरान 11 अरब डॉलर के कैपिटल गेंस के मामले में 32,320 करोड़ रुपये का नोटिस भेजा है।

2007 में हचिसन ने अपने इंडिया के मोबाइल बिजनेस को ब्रिटेन के वोडाफोन समूह को बेच दिया था।

हॉन्ग कॉन्ग के अरबपति कारोबारी ली का-शिंग के हचिसन समूह की मोबाइल यूनिट हचिसन टेलिकम्युनिकेशन्ज इंटरनैशनल लिमिटेड इकाई ने भारत में मोबाइल फोन कारोबार के संयुक्त उद्यम में अपनी हिस्सेदारी 2007 में ब्रिटेन के वोडाफोन ग्रुप पीएलसी को बेची थी।

हॉन्ग-कॉन्ग स्टॉक एक्सचेंज को दी गई जानकारी में सी के हचिसन होल्डिंग्स लिमिटेड ने बताया है कि उसकी सहायक कंपनी हचिसन टेलीकम्युनिकेशंस इंटरनैशनल लिमिटेज (एचटीआईएल) को 7,900 करोड़ रुपये का टैक्स नोटिस, 16,430 करोड़ रुपये बतौर ब्याज और पेनाल्टी के तौर पर 7,900 करोड़ रुपये का नोटिस भेजा है।

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यह पहली बार है जब आयकर विभाग ने हचिसन को टैक्स का नोटिस दिया है। अभी तक सरकार इस मामले में वोडाफोन को नोटिस भेजती रही है। इससे पहले आयकर विभाग ने वोडाफोन को 7,990 करोड़ रुपये का नोटिस भेजा था। पेनाल्टी और ब्याज को लेकर यह रकम 20,000 रुपये से अधिक थी।

कंपनी ने इस नोटिस को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी। बाद में मई 2012 में सरकार ने टैक्स कानून को संशोधित करते हुए वोडाफोन से कर की मांग की। वोडाफोन ने इस मामले को फिर से चुनौती दी और यह अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थता पैनल में लंबित है।

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