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शक्तिकांत दास ने RBI के नए गवर्नर के रूप में कार्यभार संभाला

शक्तिकांत दास ने RBI के नए गवर्नर के रूप में कार्यभार संभाल लिया. केंद्र सरकार ने उर्जित पटेल के इस्तीफे के बाद मंगलवार को शक्तिकांत दास को आरबीआई गवर्नर के रूप में नियुक्त किया था.

Updated on: 12 Dec 2018, 12:29 PM

नई दिल्ली:

भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के 25वें गवर्नर के रूप में शक्तिकांत दास ने बुधवार को कार्यभार संभाल लिया. केंद्र सरकार ने उर्जित पटेल के इस्तीफे के बाद मंगलवार को शक्तिकांत दास को आरबीआई गवर्नर के रूप में नियुक्त किया था. एक आधिकारिक बयान में कहा गया था, 'कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने आर्थिक मामलों के विभाग के पूर्व सचिव शक्तिकांत दास को रिजर्व बैंक के गवर्नर पद पर 3 साल के लिए नियुक्ति को मंजूरी दे दी.'

शक्तिकांत दास ने ट्वीट कर कहा, 'रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गवर्नर के रूप में कार्यभार संभाल लिया. शुभकामनाएं देने के लिए आप सबका धन्यवाद.' दास 1980 बैच के तमिलनाडु काडर के भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी हैं.

पूर्व आईएएस अधिकारी शक्तिकांत दास मई 2017 में वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामले विभाग के सचिव पद से सेवानिवृत हुये थे. रिजर्व बैंक के गवर्नर पद पर उनकी नियुक्ति 3 साल के लिये की गई है. शक्तिकांत दास पूर्व वित्त सचिव भी रह चुके हैं और वर्तमान में वो वित्त आयोग के सदस्य भी हैं.

इससे पहले उर्जित पटेल ने रिजर्व बैंक के गवर्नर पद से सोमवार को 'निजी कारणों' का हवाला देते हुए तत्काल प्रभाव से इस्तीफा दे दिया था. वहीं मंगलवार को अर्थशास्त्री सुरजीत भल्ला ने प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद (ईएसी-पीएम) से इस्तीफा दे दिया था. भल्ला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार की नोटबंदी और अन्य आर्थिक मुद्दों के मुखर समर्थक रहे हैं.

उर्जित पटेल ने इस्तीफा ऐसे समय दिया, जब सरकार और केंद्रीय बैंक के बीच अर्थव्यवस्था में नकदी (लिक्विडिटी) और ऋण (क्रेडिट) की कमी को लेकर खींचतान चल रही थी, जिसके परिप्रेक्ष्य में 19 नवंबर को आरबीआई बोर्ड की एक असाधारण बैठक भी हुई थी.

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पटेल ने 4 सिंतबर, 2016 को तीन वर्ष के कार्यकाल के लिए आरबीआई गवर्नर का पद संभाला था। इससे पहले रिजर्व बैंक के तत्कालीन गवर्नर रघुराम राजन के कार्यकाल में विस्तार नहीं किया गया था.

इससे पहले मौजूदा केंद्र सरकार के अंतर्गत कई अधिकारी व्यक्तिगत कारणों के कारण इस्तीफा दे चुके है. इसी साल जून में अरविंद सुब्रह्मण्यम ने व्यक्तिगत कारणों का हवाला देते हुए मुख्य आर्थिक सलाहकार पद से इस्तीफा दे दिया था.

(IANS इनपुट्स के साथ)