नोटबंदी के बाद लगातार दूसरे महीने खुदरा महंगाई दर में गिरावट, दिसंबर में महंगाई दर घटकर 3.41 फीसदी
नोटबंदी के बाद लगातार दूसरे महीने भी खुदरा महंगाई दर में गिरावट आई है। दिसंबर महीने में खुदरा महंगाई दर में कमी आई है। खाने-पीने के समान की कीमतों में गिरावट आने के बाद दिसंबर महीने में महंगाई दर घटकर 3.41 फीसदी हो गई जो पिछले दो सालों में सबसे कम है।
highlights
- नोटबंदी के बाद लगातार दूसरे महीने भी खुदरा महंगाई दर में गिरावट आई है
- नवंबर के मुकाबले दिसंबर महीने में खुदरा महंगाई दर में गिरावट दर्ज की गई है
- खाने-पीने के समान की कीमतों में गिरावट आने के बाद दिसंबर महीने में महंगाई दर घटकर 3.41 फीसदी हुई
New Delhi:
नोटबंदी के बाद लगातार दूसरे महीने भी खुदरा महंगाई दर में गिरावट आई है। दिसंबर महीने में खुदरा महंगाई दर में कमी आई है। खाने-पीने के समान की कीमतों में गिरावट आने के बाद दिसंबर महीने में महंगाई दर घटकर 3.41 फीसदी हो गई जो पिछले दो सालों में सबसे कम है।
अर्थशास्त्रियों को दिसंबर महीने में खुदरा महंगाई दर के 3.57 फीसदी पर रहने की उम्मीद थी। नवबंर महीने देश की खुदरा महंगाई दर 3.63 फीसदी रही थी। पिछले महीने खाद्य महंगाई दर 1.37 फीसदी हो गई जबकि नवंबर महीने में यह 2.03 फीसदी थी।
नोटबंदी के बाद लोगों के खरीदने की क्षमता पर हुए असर की वजह से खुदरा दिसंबर महीने में भी खुदरा महंगाई दर में गिरावट आई है। इससे पहले नवंबर माह में महंगाई दर में गिरावट आई थी। आठ नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अचानक लिए गए नोटबंदी के फैसले के तत्काल बाद महंगाई दर में गिरावट का असर नवंबर के आंकड़ों पर भी दिखा था।
नवंबर महीने में खुदरा महंगाई दर 3.63 फीसदी रही है जो नवबंर 2014 के बाद से सबसे कम है। अब दिसंबर में भी खुदरा महंगाई दर में आई गिरावट सरकार के लिए राहत की खबर लेकर आई है।
नोटबंदी के बाद से देशभर में छोटे उद्योग, बाजार, मंडी, असंगठित क्षेत्र और छोटी कंपनियों में काम प्रभावित हुआ है। इसका असर नवंबर के बाद दिसंबर महीने की खुदरा महंगाई दर के आंकड़ों पर साफ दिख रहा है।
आरबीआई ने मार्च 2017 तक के लिए 4 फीसदी महंगाई दर का लक्ष्य रखा है औऱ नोटबंदी के बाद लगातार दूसरे महीने खुदरा महंगाई दर में आई गिरावट को देखकर इस लक्ष्य तक पहुंचने की उम्मीद बढ़ गई है।
कुछ दिनों पहले ही वाइब्रेंट गुजरात समिट में बोलते हुए आरबीआई के गवर्नर ऊर्जित पटेल ने तार्किक ब्याज दरों के लिए स्थिर और कम महंगाई दर की जरूरत पर बल दिया था। महंगाई दर में आई कमी के बाद आरबीआई की तरफ से ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद बढ़ गई है।
और पढ़ें: कम ब्याज दरों के लिए महंगाई दर का कम और स्थिर होना जरूरी: आरबीआई गवर्नर
दिसंबर 2016 में औद्योगिक उत्पादन दर में भी बढ़ोतरी हुई है। नवंबर के 3.4 फीसदी के मुकाबले दिसंबर 2016 में औद्योगिक उत्पादन दर बढ़कर 5.7 फीसदी हो गया।
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