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PNB हाउसिंग से भी कम हुआ PNB का बाजार पूंजीकरण, बेल आउट पैकेज की उठी मांग

करीब 13,000 करोड़ रुपये के घोटाले के बाद पिछले वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में पंजाब नैशलन बैंक (पीएनबी) को हुए रिकॉर्ड घाटे के बाद उसके निवेशकों को तगड़ा नुकसान उठाना पड़ा है।

Updated on: 16 May 2018, 11:36 PM

highlights

  • पिछले वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में रिकॉर्ड घाटा के बाद पीएनबी केे शेयरों में भारी गिरावट
  • पीएनबी के शेयरों में भारी गिरावट के बाद पीएनबी हाउसिंग से भी कम हुआ पीएनबी का बाजार पूंजीकरण

नई दिल्ली:

करीब 13,000 करोड़ रुपये के घोटाले के बाद पिछले वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में पंजाब नैशलन बैंक (पीएनबी) को हुए रिकॉर्ड घाटे के बाद उसके निवेशकों को तगड़ा नुकसान उठाना पड़ा है।

बुधवार को पीएनबी के शेयरों में जबरदस्त 14 फीसदी की गिरावट आई। वित्त वर्ष 2017-18 की चौथी तिमाही में बैंक को रिकॉर्ड 13,000 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है। घाटे के बाद बैंक को बेल आउट पैकेज दिए जाने की मांग हो रही है।

जेफरीज ने अपनी रिपोर्ट में कहा, 'सरकार से तुरंत मदद (बेल आउट पैकेज) की जरूरत है।'

मार्च में खत्म हुई तिमाही में बैंक को कुल 13,417 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है जबकि वित्त वर्ष 2016-17 की समान तिमाही में उसे 262 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था।

इसके साथ ही बैंक के एनपीए में भी बढ़ोतरी हुई है, जो चिंता का विषय है।

वित्त वर्ष 2017-18 की चौथी तिमाही में बैंक के फंसे हुए कुल कर्ज (नॉन परफॉर्मिंग एसेट) में 18.38 फीसदी की बढ़ोतरी हुई, जबकि वित्त वर्ष 2016-17 की समान तिमाही में फंसे हुए कर्जो में 12.53 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई थी।

बम्बई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) में बुधवार को कंपनी के शेयर 12.15 फीसदी की गिरावट के साथ 75.55 रुपये पर बंद हुआ।

निवेशकों को जबरदस्त नुकसान

बुधवार को कंपनी के शेयरों में आई गिरावट के बाद पीएनबी का बाजार पूंजीकरण उसकी सहायक कंपनी से भी कम हो गया है।

पीएनबी हाउसिंग का बाजार पूंजीकरण 21,265 करोड़ रुपये रहा जबकि पीएनबी का बाजार पूंजीकरण कम होकर 20,586.10 करोड़ रुपये रह गया।

PNB स्कैम में दूसरी चार्जशीट

इस बीच सीबीआई) ने पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) धोखाधड़ी मामले में बुधवार को हीरा व्यापारी मेहुल चोकसी और उसकी गीतांजलि समूह की कंपनियों के खिलाफ दूसरा आरोपपत्र दाखिल किया। एक अधिकारी ने कहा कि आरोपपत्र मुंबई की विशेष सीबीआई अदालत में दाखिल किया गया।

सीबीआई ने सोमवार को 13,000 करोड़ रुपये से ज्यादा के धोखाधड़ी मामले में पहला आरोपपत्र कुछ पूर्व व वर्तमान बैंक अधिकारियों व अन्य के खिलाफ दाखिल किया था।

एजेंसी ने नीरव मोदी, उसकी पत्नी अमी, भाई निशाल व चाचा चोकसी व अन्य के खिलाफ 31 जनवरी को पहली प्राथमिकी दर्ज की थी।

सीबीआई ने मुंबई में पीएनबी के क्षेत्रीय कार्यालय के उप महाप्रबंधक की 29 जनवरी की शिकायत के बाद यह प्राथमिकी दर्ज की थी।

इसके बाद सीबीआई ने दो और प्राथमिकी दर्ज की। इन प्राथमिकियों में ज्यादातर आरोपी समान हैं।

सोमवार को दाखिल किया गया आरोपपत्र पहली प्राथमिकी पर आधारित है, जबकि दूसरा आरोपपत्र दूसरी प्राथमिकी पर आधारित है। इस मामले में अब तक 15 लोग गिरफ्तार किए गए हैं। नीरव मोदी व मेहुल चोकसी देश से फरार हैं।

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