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कंगाल पाकिस्तान में दूध, नींबू और टमाटर के आसमान छूने के बाद आई ये नई आफत

पाकिस्तान के केंद्रीय बैंक स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान (SBP) ने मौद्रिक नीति में बेंचमार्क ब्याज दरों को 1.5 फीसदी बढ़ाकर 12.25 फीसदी कर दिया है.

Updated on: 22 May 2019, 03:15 PM

highlights

  • स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान ने बेंचमार्क ब्याज दरों को 1.5 फीसदी बढ़ाया
  • SBP ने बेंचमार्क ब्याज दरों को बढ़ाकर 12.25 फीसदी किया
  • IMF की शर्त मानने पर पाकिस्तान में करीब 10 लाख नौकरियां जा सकती हैं

नई दिल्ली:

कंगाल पाकिस्तान (Pakistan) की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. वहां एक के बाद एक मुसीबत सामने आती जा रही हैं. इन्हीं सबके बीच पाकिस्तान के सेंट्रल बैंक ने बेंचमार्क ब्याज दर को बढ़ाकर 12.25 फीसदी कर दिया है. ब्याज दर बढ़ने से वहां लोन महंगा हो जाएगा. वहीं दूसरी ओर पाकिस्तान ने अगर IMF से मिलने वाले राहत पैकेज के लिए शर्तें मान ली तो वहां करीब 10 लाख लोगों की नौकरियां जा सकती है.

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केंद्रीय बैंक ने ब्याज दरों में 1.5 फीसदी की बढ़ोतरी की
पाकिस्तान के केंद्रीय बैंक स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान (SBP) ने मौद्रिक नीति में बेंचमार्क ब्याज दरों को 1.5 फीसदी बढ़ाकर 12.25 फीसदी कर दिया है. ब्याज दरों में बढ़ोतरी 21 मई से प्रभावी होगी. SBP के मुताबिक ऊंची महंगाई दर और पाकिस्तानी रुपये में भारी गिरावट की वजह से ब्याज दरों में बढ़ोतरी जरूरी कदम है. केंद्रीय बैंक का कहना है कि पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था में वृद्धि दर में नरमी के संकेत हैं.

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IMF की शर्त मानने पर टूट जाएगी पाकिस्तान की कमर
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने पाकिस्तान को 6 अरब डॉलर का राहत पैकेज मंजूर किया है. वहीं अगर पाकिस्तान आईएमएफ की शर्तों को मान लेता है तो पाकिस्तान के हालत और खस्ता होने की पूरी आशंका है. पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आईएमएफ की शर्तों को मानने पर पाकिस्तान में करीब 10 लाख लोगों की नौकरियां जा सकती हैं.

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शर्त के मुताबिक पाकिस्तान को मुद्रा के विनिमय को बाजार के अनुसार छोड़ना होगा. गौरतलब है कि IMF की शर्त 2022 के अंतिम तिमाही तक लागू होगी. उसके अगले साल अगस्त 2023 में इमरान खान की सरकार का कार्यकाल खत्म हो रहा है.

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