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'चेतावनी के बाद जनधन खातों में धनराशि जमा होने के मामले घटे'

केंद्र सरकार का कहना है कि काले धन को सफेद बनाने के लिए जनधन खातों का दुरुपयोग नहीं किए जाने को लेकर आयकर विभाग की चेतावनी के बाद इस तरह के खातों में धनराशि जमा होने के मामले घटे हैं।

Updated on: 08 Dec 2016, 12:43 PM

highlights

  • आयकर विभाग की चेतावनी के बाद जन-धन खातों में धनराशि जमा होने के मामले घटे है
  • आठ नवंबर से दो दिसंबर तक जन-धन खातों में प्रति खाता औसत जमा धनराशि 13,113 रुपये रही

New Delhi:

केंद्र सरकार का कहना है कि काले धन को सफेद बनाने के लिए जनधन खातों का दुरुपयोग नहीं किए जाने को लेकर आयकर विभाग की चेतावनी के बाद इस तरह के खातों में धनराशि जमा होने के मामले घटे हैं।

मुरादाबाद की परिवर्तन रैली में भी पीएम मोदी ने चेतावनी देते हुए कहा था कि उनकी योजना जन-धन खातों में जमा हो रही रकम पर है। पीएम मोदी ने कहा था कि जन-धन खातों में जमा पैसा गरीब का ही होगा।

केंद्रीय वित्त मंत्रालय ने बुधवार को जारी बयान में कहा कि पिछले कुछ सप्ताह में इन खातों में नकदी जमा होने के मामलों में गिरावट आई है। आठ नवंबर को मोदी सरकार की तरफ से 500 और 1000 रुपये के नोटों को बैन किए जाने के बाद इन खातों में धनराशि जमा करने की रफ्तार बढ़ गई थी।

जारी बयान में अधिकारी ने कहा, 'जब से सरकार ने लोगों को खातों विशेष रूप से जनधन खातों में अन्य लोगों के काले धन को सफेद करने के लिए इस्तेमाल नहीं होने देने को कहा है। तब से जन धन खातों में धनराशि जमा करने के मामले घटे हैं।'

आठ नवंबर से दो दिसंबर तक इस पूरी अवधि में जनधन खातों में प्रति खाता औसत जमा धनराशि 13,113 रुपये रही।

आठ नवंबर से 15 नवंबर के दौरान कुल जमा धनराशि 20,206 करोड़ रुपये रही, जबकि 16 से 22 नवंबर के दौरान लोगों ने इन खातों में 11,347 करोड़ रुपये जमा कराए। हालांकि, 23 से 30 नवंबर के दौरान यह धनराशि घटकर 4,867 करोड़ रुपये रह गई। एक दिसंबर को जनधन खातों में कुल जमा धनराशि 410 करोड़ रुपये रही और दो दिसंबर को 389 करोड़ रुपये रही।