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वित्तमंत्री अरुण जेटली का बयान विकसित 'अर्थव्यवस्थाओं की संरक्षणवाद नीति से भारत प्रभावित नहीं'

वित्तमंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि विकसित अर्थव्यवस्थाओं और वैश्विक मंदी के दौर में संरक्षणवाद की नीति ने भारत को प्रभावित नहीं किया है।

Updated on: 13 Feb 2017, 07:21 PM

नई दिल्ली:

वित्त मंत्री अरुण जेटली के मुताबिक विकसित अर्थव्यवस्थाओं और वैश्विक मंदी के दौर में संरक्षणवाद की नीति ने भारत को प्रभावित नहीं किया है। बल्कि इसके उलट इनका ध्यान भारत में निवेश के लिए खींचा है।

कर्नाटक के मेक इन इंडिया कार्यक्रम के दौरान बोलते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि, 'हम देख रहे हैं कि दो महत्वपूर्ण बातें जैसे वैश्विक मंदी और विकसित अर्थव्यवस्थाओं की संरक्षणवाद की नीति ने भारत को प्रभावित नहीं किया है।'

संरक्षणवाद की नीति पर भारत में कोई चर्चा नहीं की जा रही है, ऐसी चर्चाएं सिर्फ विकसित अर्थव्यवस्थाओं वाले देशों में ही हो रही है। इससे अपनेआप में भारत को इस बात पर बल मिल रहा है कि देश निवेश का माहौल है और योजनाओं पर काम हो रहा है।

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उन्होंने कहा कि सरकार पर योजनाओं को लागू करने का ज़बरदस्त दबाव है क्योंकि देश की जनता विकास दर में जल्द बढ़ोतरी के बाद ग़रीबी जैसी दिक्कतों के जल्द ख़त्म होने की आस लगाए बैठी है।

उन्होंने कहा कि इससे पहले कभी विकास को बढ़ावा देने वाले रिफॉर्म्स को नहीं देखा गया है जैसे कि आज हो रहा है। ऐसे में यह केंद्र और राज्यों दोनों की ज़िम्मेदारी है कि वो इस मिलकर योजनाओं को पूरा करने के लिए कदम मिलाकर चलाएं।

वित्त मंत्री ने कहा कि भारत की आर्थिक विकास दर के 7 से 7.5% होने की उम्मीद से भी संतुष्टि नहीं है और देश इससे भी ज़्यादा तेज़ गति से प्रगति करना चाह रहा है। उन्होंने कहा कि, ' हम विकासशील देश होने के टैग से संतुष्ट नहीं है और हमें लगता है कि हमने इससे ज़्यादा काम करने की क्षमता है।'

उन्होंने कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दारमैया और अधिकारियों की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने जीएसटी को लागू कराने के लिए बढ़िया काम किया है और इस साल के मध्य तक इसे लागू करा लिया जाएगा, जिससे देश में बड़े बदलाव होंगे।

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