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गीतांजलि जेम्स के कारण 8,000 करोड़ रुपये बढ़ सकता है बैंको का NPA, 8.5 लाख करोड़ रुपये है बैंकों का NPA

घोटाला प्रभावित कंपनी गीतांजलि जेम्स के कारण 31 मार्च को समाप्त तिमाही में बैंकों के एनपीए (नॉन परफॉर्मिंग एसेट्स) में 8 हजार करोड़ रुपये का इजाफा होने वाला है।

Updated on: 15 Apr 2018, 09:44 PM

highlights

  • चालू वित्त वर्ष भी देश के बैकिंग सेक्टर के लिए बुरा रहने वाला है
  • बैंकों के एनपीए में 8 हजार करोड़ रुपये का इजाफा होने वाला है

नई दिल्ली:

चालू वित्त वर्ष भी देश के बैकिंग सेक्टर के लिए बुरा रहने वाला है।

घोटाला प्रभावित कंपनी गीतांजलि जेम्स के कारण 31 मार्च को समाप्त तिमाही में बैंकों के एनपीए (नॉन परफॉर्मिंग एसेट्स) में 8 हजार करोड़ रुपये का इजाफा होने वाला है।

सूत्रों के मुताबिक कि बैंकों को पिछले वित्त वर्ष की अंतिम तिमाही के लिए सिर्फ गीतांजलि जेम्स को लेकर 8 हजार करोड़ रुपये की प्रॉविजनिंग करनी होगी।

पिछले वित्त वर्ष की आखिरी तिमाही के दौरान एनपीए बनने वाले बड़े कर्ज खातों में गीतांजलि भी शामिल है।

दिसंबर तिमाही तक बैंकों का कुल एनपीए 8,40,958 करोड़ रुपये था, जिसमें सर्वाधिक हिस्सेदारी कॉरपोरेट कर्ज की थी।

गौरतलब है कि मेहुल चौकसी और उसका भांजा नीरव मोदी देश के सबसे बड़े बैंकिंग घोटाले के आरोपी हैं। पंजाब नैशनल बैंक (पीएनबी) को करीब 13 हजार करोड़ रुपये का चूना लगाने के बाद दोनों देश छोड़कर फरार हो चुके हैं।

मोदी के हॉन्ग-कॉन्ग में होने की सूचना है और विदेश मंत्रालय ने उसे गिरफ्तार कर प्रत्यर्पित किए जाने की मांग की है।

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