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500 और 1000 रुपये के नोट को बंद करने के बाद से SBI में जमा हुए 53,000 करोड़ रुपये

गुरुवार को बैंक खुलने के बाद से 500 और 1000 रुपये के नोट जमा कराने वालों की जबर्दस्त भीड़ देखी जा रही है।

Updated on: 11 Nov 2016, 05:09 PM

नई दिल्ली:

सरकार के 500 और 1000 रुपये के नोट को अचानक अमान्य घोषित करने से जहां एक ओर पूरे देश में अफरा-तफरी मची है वहीं दूसरी तरफ बैंकों में पैसा जमा कराने वालों की तादाद बढ़ गई है।

स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने शुक्रवार को बताया कि पुराने नोट को बैन करने के बाद से देश भर की उसकी शाखाओं में 53,000 करोड़ रुपये जमा कराए जा चुके हैं। यही नहीं 1,500 करोड़ रुपये तक के करेंसी भी बदली जा चुकी है। बता दें कि गुरुवार को बैंक खुलने के बाद से 500 और 1000 रुपये के नोट जमा कराने वालों की जबर्दस्त भीड़ देखी जा रही है। सरकार के निर्देश के अनुसार ये नोट 30 दिसंबर तक जमा कराए जा सकते हैं।

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रिपोर्टस के मुताबिक 500 और 1000 रुपये के नोट में बाजार में करीब 14 लाख करोड़ रुपये थे। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के मुताबिक इन पैसों का करीब 3.7 फीसदी बैंकों में आ चुका है। 

माना ये भी जा रहा है कि काले धन पर सरकार की कड़ी नजर को देखते हुए इनमें से ज्यादातर पैसे बर्बाद कर दिए जाएंगे। सरकार कह चुकी है कि नोटों को अमान्य करने की घोषणा के बाद 2.5 लाख से ज्यादा की राशि बैंक में जमा कराने वालों पर कड़ी नजर रखी जाएगी और अगर शक हुआ कि इसे गलत तरीके से कमाया गया है तो टैक्स के तहत 90 फीसदी तक पैसे जमा करा लिए जाएंगे। साथ ही जुर्माना लगाया जाएगा और सजा भी हो सकती है।

गौरतलब है कि इससे पहले 1978 में ऐसे ही सरकार ने 1000, 5000 और 10,000 के नोट को अचानक अमान्य घोषित कर काले धन पर लगाम लगाने की कोशिश की थी।

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