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नोएडा के स्टेप बाई स्टेप स्कूल में विषाक्त खाना खाने से कई बच्चे पड़े बीमार, पुलिस ने दर्ज की FIR

नोएडा के थाना एक्सप्रेस-वे स्थित स्टेप बाई स्टेप स्कूल में फ़ूड पॉयजनिंग का मामला सामने आया है। स्कूल का खाना खाने से बच्चे बीमार पड़ गए।

Updated on: 06 Apr 2018, 08:31 AM

नई दिल्ली:

नोएडा के थाना एक्सप्रेस-वे स्थित स्टेप बाय स्टेप स्कूल में फ़ूड पॉयजनिंग का मामला सामने आया है। स्कूल का खाना खाने से बच्चे बीमार पड़ गए।

इस मामले में स्कूल का लापरवाह रवैया सामने आया है। स्कूल प्रबंधन ने बीमार बच्चों का मामला छुपाया और यहां तक कि नोएडा पुलिस को भी जानकारी नहीं दी।

स्कूल में दोपहर का खाना खाने के बाद अचानक बच्चों की तबियत बिगड़ गई थी। प्रबंधन ने अपोलो ओर मैक्स हॉस्पिटल के चिकित्स्कों को स्कूल में बुलाकर आनन-फानन में उपचार कराया। स्कूल प्रसाशन इस मामले की लीपा पोती में लगा हुआ है।

4 बच्चे अपोलो दिल्ली में और 6 बच्चे जेपी अस्पताल में एडमिट है। पुलिस को अभी तक कोई शिकायत नहीं मिली है। पुलिस खुद संज्ञान लेकर स्कूल पहुंची है।

स्कूल के प्रिंसिपल डॉक्टर प्रसाद ने कहा, 'अस्पताल प्रशासन इसके पीछे के कारण का पता लगा रहे है। इस बारे में पता चलने पर हम मीडिया से बातचीत करेंगे।'

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स्टेप बाई स्टेप स्कूल के गार्ड्स के मुताबिक, आज स्कूल ने बच्चों की छुट्टी कर दी है।

स्टेप बाय स्टेप स्कूल में फूड पाइज़निंग की सूचना मिलने पर जिला प्रशासन तुरंत हरकत में आ गया और नगर मजिस्ट्रेट नोएडा जब स्कूल पहुंचे तो स्कूल प्रबंधन के द्वारा उन्हें स्कूल में एंट्री नहीं होने दिया गया।

इस घटना को लेकर जिलाधिकारी गौतम बुद्ध नगर बीएन सिंह ने तत्काल गंभीरता से लेकर स्कूल प्रबंधन के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कराने के निर्देश दिए और संबंधित स्कूल के विरुद्ध FIR दर्ज करा दी गई है।

बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को मौके पर पहुंचकर बच्चों के स्वास्थ्य की जांच की और बीमार बच्चों के ईलाज की पर्याप्त व्यवस्था एवं अन्य कार्यवाही करने के निर्देश भी दिए गए हैं।

खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन के अधिकारी इस संबंध में सैंपलिंग के लिए पहुंचे तो उन्हें भी एक घंटा देरी से स्कूल के अंदर जाने दिया गया।

जिलाधिकारी द्वारा इस घटना को तुरंत बहुत ही गंभीरता से लेते हुए संबंधित स्कूल स्टेप बाय स्टेप के प्रबंधन तंत्र के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज करा दी गई है।

जिला अधिकारी ने अधिकारियों को 3 पॉइंट्स पर जांच करने के लिए कहा है-

  • फ़ूड इंस्पेक्टर को स्कूल से फ़ूड सैंपल कलेक्ट कर उसकी जांच के लिए कहा है।
  • CMO को आदेश दिया है कि वो देखें कि किसी भी हॉस्पिटल को जहां बच्चे एडमिट है, उन्हें अगर कोई मेडिकल असिस्टेन्स चाहिए तो वो दी जाए।
  • अगर जांच में ये बात सामने आती है कि स्कूल ने सरकारी अधिकारियों के काम में बाधा डालने की कोशीश की है तो भी स्कूल के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा।

जिलाधिकारी ने स्पष्ट करते हुए कहा है कि जनपद में कोई कितना भी बड़ा संस्थान हो यदि उनके द्वारा सरकारी कार्य में किसी प्रकार की बाधा डाली जाएगी तो उनके विरुद्ध भी इसी प्रकार जिला प्रशासन की ओर से कार्रवाई की जाएगी।

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