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जेएनयू नजीब अहमद मिसिंग केस: 9 संदिग्धों के पॉलीग्राफ टेस्ट पर आज होगी

15 अक्टूबर 2016 से गायब जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) छात्र नजीब अहमद का अभी तक कोई सुराग नहीं लग पाया है। इस मामले में शुक्रवार को कोर्ट में सुनवाई होगी।

Updated on: 27 Oct 2017, 11:52 AM

नई दिल्ली:

15 अक्टूबर 2016 से गायब जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) छात्र नजीब अहमद का अभी तक कोई सुराग नहीं लग पाया है। इस मामले में शुक्रवार को कोर्ट में सुनवाई होगी। नजीब के बारे में पता लगाने में असफल रहने पर कोर्ट ने यह केस पुलिस से सीबीआई को सौप दिया था।

हालांकि सीबीआई को भी अभी तक कुछ ख़ास सफलता नहीं मिली है। इस केस में 9 आरोपियों के पॉलीग्राफी टेस्ट के लिए सीबीआई ने उन्हें समन जारी किया था। जिसके बाद सभी आरोपियों ने दिल्ली कोर्ट में पेश होकर पॉलीग्राफी टेस्ट की मंजूरी दे दी है।

गौरतलब है कि एबीवीपी के छात्र इस मामले पर गुरुवार को शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे थे लेकिन जब जेएनयू के डीन उमेश कदम ने मिलने में देर लगाई तो यह प्रदर्शन उग्र हो गया।

दरअसल छात्र हॉस्टल वार्डन और केयरटेकर के इस्तीफे की मांग कर रहे थे।छात्रों के अनुसार हॉस्टल वार्डन और केयरटेकर ने उनकी ओर से अदालत के समन्स को स्वीकार करने से इनकार कर दिया था जिस कारण उनको दिया जाने वाला समन दीवार पर चिपकाया गया है। 

छात्रों का कहना है कि जाँच के दौरान पूरा सहयोग दिए जाने के बाद भी की ओर से उन्हें परेशान किया जा रहा है।

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बता दें कि सीबीआई ने मंगलवार को सभी नौ छात्रों को सामान भेज कोर्ट बुलाया था और कोर्ट मामले की सुनवाई को बढाते हुए 27 अक्टूबर को दोबारा सुनवाई करने का आदेश दिया था। इस मामले में सभी संदिग्ध छात्र जेएनयू के है और कुछ छात्र एबीवीपी से भी जुड़े हुए है।

गौरतलब है कि बदायूं, यूपी का रहने वाला नजीब अहमद जेएनयू में माही-मांडवी हॉस्टल के रूम नंबर 106 में रहता था। बीते साल 14 अक्तूबर की रात झगड़ा होने के बाद वह 15 अक्तूबर की सुबह जेएनयू से अचानक गायब हो गया।

14 अक्टूबर 2016 को रात 11 बजे से पहले नजीब को उसके हॉस्टल में देखा गया था। परिजनों की शिकायत पर वसंतकुंज (नॉर्थ) थाना पुलिस ने अपहरण का मामला दर्ज कर लिया था।

इससे पहले नजीब का सुराग देने वाले को सीबीआई ने 10 लाख रुपये इनाम देने का ऐलान किया था।

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