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MCD चुनाव: कांग्रेस नेता अमरीश बीजेपी में शामिल, लवली, वालिया भी माकन से नाराज

दिल्ली के पूर्व विधायक अमरीश सिंह गौतम कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए, जबकि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ए.के.वालिया ने एमसीडी में टिकट बंटवारे को लेकर पार्टी छोड़ने की धमकी दी।

Updated on: 13 Apr 2017, 12:47 PM

नई दिल्ली:

दिल्ली के पूर्व विधायक अमरीश सिंह गौतम सोमवार को कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए, जबकि पूर्व मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ए.के.वालिया ने नगर निगम चुनाव में टिकट बंटवारे को लेकर पार्टी छोड़ने की धमकी दी।

दिल्ली कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली ने भी पूर्व केंद्रीय मंत्री अजय माकन की अगुवाई में राज्य कांग्रेस के कामकाज को लेकर चिंता जाहिर की है।

पूर्वी दिल्ली के कोंडली से कांग्रेस के टिकट पर तीन बार विधायक के रूप में निर्वाचित हुए अमरीश गौतम ने बिना उनसे परामर्श किए चुनाव में उम्मीदवार उतारने का कांग्रेस पर आरोप लगाया। अमरीश के बेटे अविनाश गौतम भी भाजपा में शामिल हो गए।

भाजपा में शामिल होने के बाद अमरीश गौतम ने कहा, 'हम पार्टी को लेकर चिंतित थे। कोई हमारी चिंता को सुनने का इच्छुक नहीं था। मेरे स्वाभिमान को वरिष्ठ पार्टी नेताओं जैसे आनंद शर्मा, पी.सी.चाको और अजय माकन ने चोट पहुंचाई।'

कांग्रेस ने 23 अप्रैल के नगर निगम चुनाव के लिए उम्मीदवारों के चयन के लिए आनंद शर्मा की अगुवाई में एक समिति गठित की है। पी.सी.चाको दिल्ली में कांग्रेस के प्रभारी हैं।

गौतम ने संवाददाताओं से कहा, 'मैंने माकन से कई बार कार्यकर्ताओं की भावनाओं का सम्मान करने का आग्रह किया। मैंने यहां तक कहा कि वह भी एक विधायक रहे हैं और वह उनकी भावनाओं से परिचित हैं। मैंने उनसे पार्टी और कार्यकर्ताओं के हित में फैसला लेने को कहा। लेकिन उन्होंने मुझे नजरअंदाज कर दिया।'

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गौतम ने कहा, 'मैंने कांग्रेस छोड़ दी, क्योंकि मेरे क्षेत्र और कार्यकर्ताओं की उपेक्षा हो रही थी और बिना हमसे परामर्श लिए टिकटों का बंटवारा किया जा रहा था। मैंने उपेक्षित महसूस किया।'

दिल्ली कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक कुमार वालिया ने भी पार्टी से इस्तीफे की पेशकश की है। उन्होंने कहा कि वह नगर निगम चुनाव में टिकट बंटवारे से खुश नहीं हैं।

उन्होंने कहा, 'मैं बहुत दुखी हूं कि हम उन्हें (नेतृत्व) दो-तीन दिन से फोन लगा रहे हैं, लेकिन कोई जवाब नहीं मिल रहा है। हमें अपने पार्टी कार्यकर्ताओं को जवाब देना है, सभी काम रुके हुए हैं।'

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वालिया ने संवाददाताओं से कहा, 'आज (सोमवार) नामांकन का आखिरी दिन है और अभी भी चीजों को अंतिम रूप नहीं दिया गया है।'

वालिया लक्ष्मीनगर निर्वाचन क्षेत्र से लगातार चार बार विधायक रहे हैं। वह शीला दीक्षित के नेतृत्व वाली दिल्ली की पूर्ववर्ती सरकार में मंत्री थे और स्वास्थ्य, शहरी विकास, भूमि व निर्माण विभाग संभाल चुके हैं। वह ट्रांस यमुना क्षेत्र विकास बोर्ड के अध्यक्ष भी रहे हैं।