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दिल्ली: बिना NOC के बवाना में चल रहा था गोदाम, आग लगने से 17 की मौत

उत्तरी दिल्ली की मेयर और बीजेपी नेता प्रीति अग्रवाल कैमरे के सामने अपने सहयोगियों को ये कहते हुए पायी गई हैं कि इस फैक्टरी की लाइसेंसिंग हमारे पास है इसलिए हम इस मामले में कुछ नहीं बोल सकते।

Updated on: 21 Jan 2018, 12:16 PM

नई दिल्ली:

पश्चिमी दिल्ली के बवाना क्षेत्र में शनिवार रात एक प्लास्टिक गोदाम में आग लगने को लेकर एक मह्तवपूर्ण खुलासा हुआ है। बताया जा रहा है कि अब तक ये फैक्टरी बिना एनओसी (नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट) के चल रहा था।

इस मामले में उत्तरी दिल्ली की मेयर और बीजेपी नेता प्रीति अग्रवाल भी कैमरे के सामने अपने सहयोगियों को ये कहते हुए पायी गई कि इस फैक्टरी की लाइसेंसिंग हमारे पास है इसलिए हम इस मामले में कुछ नहीं बोल सकते।

वहीं दिल्ली बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष और सांसद मनोज तिवारी ने प्रीति अग्रवाल का बचाव करते हुए कहा, 'उन्होंने फुसफुसाते हुए पूछा था कि फैक्टरी किसके दायरे में आता है। वीडियो में 'ये फैक्टरी' सुनाई दे रही है। लोग बीजेपी को बदनवाम करने के लिए नक़ली वीडियो फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री भी इस फेक वीडियो को रिट्वीट कर रहे हैं जो शर्मनाक है। उन्हें इस तरह की ओछी राजनीति नहीं करनी चाहिए।'

बता दें कि शनिवार को प्लास्टिक गोदाम में आग लगने से 17 लोग जिंदा जलकर खाक हो गए, जबकि कई लोग झुलस गए। मरने वालों में दस महिला कामगार हैं।

रविवार सुबह इस फैक्टरी के मालिक मनोज जैन को भी दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। मनोज जैन घटना के बाद से ही फरार चल रहा था। 

मनोज जैन ने पूछताछ में कहा, 'वह होली और स्टेज पर इस्तेमाल होने वाले क्रैकर्स पैक करवाता था और इसके लिए किसी की लाइसेंस की जरूरत नहीं होती है, इस बात को पुलिस वेरिफाई कर रही है ।'

हालांकि फायर डिपार्टमेंट के मुताबिक वहां रेगुलर पटाख़े की भी पैकिंग होती थी। उसपर जो सैक्शन लगाए है वो गैरजमानती है। अभी बॉडी आइडेंटिफाई करने का काम चल रहा है।

दिल्ली पुलिस पीआरओ दीपेंद्र पाठक ने इस घटना की जानकारी देते हुए कहा, 'इस दुर्घटना में 17 लोगों की जान गई है। दिल्ली पुलिस ने 304, 285 और एक्सप्लोसिव एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। इसके साथ ही हमने उस व्यक्ति को भी गिरफ्तार कर लिया है जिसने 1 जनवरी को ही ये जगह किराया पर लिया था और अवैध तरीके से फ़ैक्टरी चला रहा था।' 

17 लोगों में से 13 लोगों की मौत पहली मंजिल पर, 3 ग्राउंड फ्लोर पर और एक की मौत बेसमेंट में हुई है। मरने वालों में ज्यातादर महिलाएं हैं। दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने आगजनी की घटना के बाद जांच के आदेश दिये हैं।

दिल्ली फायर सर्विस के निदेशक ने कहा, 'हमें बवाना से तीन कॉल मिले- पहला सेक्टर 1 के प्लास्टिक फैक्ट्री से, दूसरा सेक्टर 5 के एक फटाखा फैक्ट्री से और तीसरा सेक्टर तीन के तेल भट्टी गोदाम से। सभी सेक्टर पांच के पटाखा फैक्ट्री में हताहत हुए हैं। आग पूरी तरह से काबू में है। हमने 17 शव बरामद किये हैं।' 

उन्होंने कहा कि नियंत्रण कक्ष में शाम 6.20 पर बवाना औद्योगिक क्षेत्र में आग लगने की सूचना मिलने पर 10 अग्निशामक गाड़ियां घटनास्थल पर पहुंच गई थीं।

शुरुआती जांच में शार्ट सर्किट से आग लगने की बात कही जा रही है जबकि स्थानीय लोगों का कहना है कि पटाखों की वजह से आग लगी।

राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने गोदाम में आग से मरने वाले 17 लोगों के प्रति रविवार को शोक व्यक्त किया।

कोविंद ने ट्वीट किया, 'दिल्ली के गोदाम में आग लगने की घटना के बारे में सुनकर बहुत स्तब्ध हूं। मैं पीड़ित परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं और घायलों के लिए प्रार्थना करता हूं।'

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